Vaccine and WHO

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    नई दिल्ली. वैश्विक स्तर पर टीकाकरण (Vaccination) की गति को बढ़ाने के लिए विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्‍ल्‍यूएचओ) (WHO) ने भारत (India) और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) से मदद मांगी है। मौजूदा समय में कई देशों में वैक्सीन की कमी के कारण लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं मिल पाया है। इसके मद्देनजर डब्‍ल्‍यूएचओ ने भारत मदद मांगी है। ज्ञात हो कि सीरम इंस्टीट्यूट एस्ट्राजेनेका के कोविशील्ड वैक्सीन (Covishield Vaccine) का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक है।

    लगभग 40 देशों में वैक्सीन की कमी

    कोविशील्ड वैक्सीन का एक डोज देने के बाद कई देशों के पास दूसरा डोज देने के लिए वैक्सीन की कमी है। लगभग 40 देशों में वैक्सीन की कमी है। इस वजह से भारत और सीरम को मदद मांगी गई है। शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन के वरिष्ठ सलाहकार ब्रूस आइसवोर्ल्ड ने एक प्रेस कॉनफेरेन्स में बताया कि अफ्रीका, लेटिन अमेरिका, मध्य एवं पूर्व एशिया में वैक्सीन की कमी है।

    नेपाल और श्रीलंका में बढ़ रहा कोरोना का खतरा 

    पडोसी देश नेपाल और श्रीलंका में कोरोना खतरा बढ़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल के महीनों में कोवैक्स अभियान के तहत वैश्विक स्तर पर वैक्सीन की 80 मिलियन से अधिक डोज प्रदान की है। भारत में दूसरी लहर आने के बाद वैक्सीन की कमी देखी जा रही है। इससे पहले भारत  कई देशों को वैक्सीन दे चुका है।

    कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति की बढ़ी मांग

    विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि वह वैक्सीन की आपूर्ति फिर से शुरू करने के लिए भारत सरकार और एस्ट्राजेनेका-सीरम के साथ बातचीत कर रहा है। स्वास्थ्य संगठन एस्ट्राजेनेका, सीरम और भारत सरकार के साथ काम कर रहा है, ताकि जिन देशों में कोरोना वैक्सीन की कमी है उन्हें तत्कात वैक्सीन की आपूर्ति की जा सके।