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    नई दिल्ली. सोमवार 29 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। जिसके मद्देनजर आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर कांग्रेस के संसदीय रणनीति समूह की बैठक हुई। इस बैठक से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार 25 नवंबर को कहा कि सबसे पुरानी पार्टी संसद के शीतकालीन सत्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को घेरने के लिए तैयार है।

    राज्यसभा में एलओपी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, “हम कृषि कानूनों के मुद्दे पर लड़ेंगे। हमने 15-16 मुद्दों की एक सूची भी तैयार की है जिन पर हम एक समझौते पर आ सकते हैं और हम संसद में एकता से लड़ेंगे।”

    खड़गे ने कहा कि, “कांग्रेस ‘COVID-19 कुप्रबंधन’ के मुद्दों को सार्वजनिक मंचों और संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में जोरदार तरीके से उठाने की भी योजना बना रही है। हम भाजपा की विचारधारा के खिलाफ लड़ेंगे।”

    कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री केंद्र को पत्र लिखकर COVID-19 पीड़ितों को मुआवजे की मांग करेंगे।

    खड़गे ने कहा कि, “मैं यह कहना चाहूंगा कि हम संसद में बीजेपी को हराने और उनकी विचारधारा के खिलाफ लड़ने के लिए एक साथ आने की कोशिश करेंगे, चाहे हम किसी भी पार्टी या विचारधारा के हों। हमेशा हमारे साथ रहे लोगों से मिलकर हम (भाजपा के खिलाफ) लड़ते रहेंगे।” 

    कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने 12 मेघालय कांग्रेस विधायकों के टीएमसी में शामिल होने पर कहा कि, “यह एक साजिश की तरह हो रहा है। हमारी पार्टी के लोग, खासकर हमारी पार्टी के अध्यक्ष, राहुल गांधी और आलाकमान के अन्य लोग इसे देख रहे हैं। वे निर्णय लेंगे।”

    उन्होंने इस मुद्दे पर आगे कहा कि, “संगठन के झगड़े हमेशा होते रहे हैं, अब टिप्पणी करने का कोई फायदा नहीं है। संसद के अखाड़े में एक साथ लड़ना महत्वपूर्ण है क्योंकि राहुल गांधी ने फ्लोर नेताओं की एक कोर कमेटी की बैठक में कहा था कि पार्टियों की अलग-अलग विचारधाराएं हो सकती हैं लेकिन हमारा साझा लक्ष्य बीजेपी से लड़ना है।”

    उन्होंने कहा, “संसद के अखाड़े में एक साथ लड़ना महत्वपूर्ण है क्योंकि राहुल गांधी ने फ्लोर नेताओं की एक कोर कमेटी की बैठक में कहा था कि पार्टियों की अलग-अलग विचारधाराएं हो सकती हैं लेकिन हमारा साझा लक्ष्य बीजेपी से लड़ना है।”