
नई दिल्ली: बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने एक बार फिर कांग्रेस और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर हमला बोला है। उन्होंने कांग्रेसी नेता और सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) पर भी हमला बोला है। भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी एक एक बयान पर कहा कि शब्द राहुल गांधी के हैं, संस्कार सोनिया गांधी का हैं बस जुबान युवा कांग्रेस की हैं। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सरकार द्वारा आवंटित बंगला खाली करने के नोटिस पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यह घर उनका नहीं है, यह आम लोगों का है।
स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी का राजनीतिक मनोविकार पूरे प्रदर्शन पर है। वह लंदन में और भारत में, संसद के अंदर और बाहर पड़े रहे। राहुल गांधी के निशाने पर हैं पीएम मोदी और पीएम मोदी (PM Modi) के निशाने पर देश का विकास है। राहुल गांधी का एक पत्रिका के संपादक से मोदी की छवि खराब करने का वादा एक ऐसा वादा है जो अधूरा रहेगा क्योंकि पीएम मोदी की सबसे बड़ी ताकत भारत के लोग हैं।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह तब तक पीएम मोदी की छवि पर हमला करते रहेंगे, जब तक कि वह उन्हें नष्ट नहीं कर देते। गांधी परिवार ने सत्ता में रहते हुए पीएम नरेंद्र मोदी की छवि खराब करने की कोशिश की लेकिन वे बुरी तरह विफल रहे, वह पीएम मोदी के लिए आम लोगों के प्यार को कम नहीं कर सके।
"Shabd Rahul Gandhi ke hain, sanskar Sonia Gandhi ka hain bas zubaan Yuva Congress ki hain" says Union Minister Smriti Irani on the reported "gungi-behri" remark on her by the President of Indian Youth Congress Srinivas BV pic.twitter.com/AIX1CLXfaB
— ANI (@ANI) March 28, 2023
स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि उन्होंने (राहुल गांधी) संसद में पीएम मोदी को गाली दी और आरोप लगाया लेकिन अपने हस्ताक्षर से प्रमाणित करके अपने बयान को सत्यापित नहीं कर सके। राहुल गांधी को न्यायालय द्वारा दोषी ठहराया गया है, एक व्यक्ति को गाली देने के लिए नहीं बल्कि ओबीसी समुदाय हमारे देश के प्रत्येक नागरिक को जानता है। पीएम मोदी का अपमान करने की कोशिश में राहुल गांधी ने पूरे ओबीसी समुदाय का भी अपमान किया। यह पहली बार नहीं है जब गांधी परिवार ने दलित या पिछड़े समुदायों के लोगों का अपमान करने की कोशिश की है। जब आदिवासी परिवार की महिला राष्ट्रपति बनी तब भी गांधी परिवार के निर्देश पर एक कांग्रेस सदस्य ने द्रौपदी मुर्मू का अपमान किया।