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Pic : ANI

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    नयी दिल्ली. आज यानी 2 अक्टूबर को जहाँ देशभर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ( Gandhi Jayanti 2021 ) की 152वीं जयंती मनाई जा रही है। वहीं गांधी जयंती के इस पावन मौके पर हर कोई अपने-अपने अंदाज में आज बापू को याद कर रहा है। इसी क्रम में आज केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख ( Ladakh ) में भी गांधी जयंती को बेहद ही खास ढंग से मनाया गया है। जी हाँ बापू की जयंती के मौके पर आज शनिवार को लेह ( Leh ) में हाथ से बना खादी ( Khadi ) का सबसे बड़ा तिरंगा झंडा फहराया गया है। बता दें कि इस तिरंगे को लेह की जनस्कार पहाड़ी ( Zanskar Valley ) पर लगाया गया।

    इस मौके पर लद्दाख के उपराज्यपाल आरके माथुर (Ladakh LG RK Mathur) ने लेह में दुनिया के सबसे बड़े खादी राष्ट्रीय ध्वज का उद्घाटन कर उसे लगाया। इस दौरान सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे (Army Chief General Manoj Mukund Naravane) भी मौके पर प्रमुख से मौजूद रहे। खादी के इस राष्ट्रीय ध्वज की बात करें तो यह 225 फीट लंबा और 150 फीट चौड़ा है, जबकि इसका वजन करीब 1400 किलो है। इस खुबसूरत और बेहतरीन राष्ट्रीय ध्वज को मुंबई (Mumbai) स्थित सेना की 57 इंजीनियर रेजीमेंट ने तरीके तैयार किया है।

    क्या है इस तिरंगे की खासियत 

    जी हाँ लेह की जनस्कार पहाड़ी पर फहराए गया तिरंगा अपने आप में कुछ खास है। जानें कैसे  

    • इस तिरंगे का वजन करीब 1400 किलो ग्राम है। 
    • इसकी लम्बी 225 फीटऔर चौड़ाई 125 फीट है। 
    • इस तिरंगे को बनाने के किये 4500 मीटर खादी के कपड़े का इस्तेमाल हुआ है। 
    • ये खुबसूरत तिरंगा 37,500 वर्ग फुट के क्षेत्र को कवर करता है। 
    • इस नेहद सुन्दर राष्ट्रध्वज को 70 कारीगरों को 49 दिन की मेहनत से बनाया है।

    भारत-चीन गतिरोध पर भी बोले सैन्य प्रमुख नरवणे

    इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के बाद भारत-चीन सीमा पर गतिरोध की स्थिति पर को लेकर सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने आज साफ़ कहा कि बीते 6 महीनों में स्थिति फिलहाल काफी सामान्य रही है। इसके साथ ही सेना प्रमुख ने कहा कि, “हमें उम्मीद है कि आगामी अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में 13वें दौर की एक वार्ता होगी और हम इस बात पर आम सहमति पर पहुंचेंगे कि डिसएंगेजमेंट कैसे और किस तरह होगा।”