जलगांव. अयोध्या नगर (Ayodhya Nagar) स्थित समृद्धि केमिकल कंपनी (Chemical Company) में सीवरेज और अपशिष्ट रसायनों के भंडारण टैंक में शनिवार दोपहर 3 लोग डूबकर मर गए थे। एमआईडीसी पुलिस ने तीनों की मौत (Death) के मामले में 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। रविवार को इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार (Arrested) किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में सुबोध सुधाकर चौधरी, सुनील सुधाकर चौधरी और सुयोग सुधाकर चौधरी हैं।
गौरतलब है कि अजंता चौराहे के पास पुरानी एमआईडीसी में प्लॉट नंबर 1984-85 में समृद्धि केमिकल्स से रासायनिक उर्वरक निर्माण करने वाली कंपनी है। इसके मालिक सुबोध सुधाकर चौधरी और सुयोग सुधाकर चौधरी हैं। कंपनी अपर्णा सुयोग चौधरी के नाम पर है। यहां रोजाना 20 से 25 मजदूर काम करते हैं।
सफाई करने टैंक में उतरे थे मजदूर
शनिवार को छुट्टी थी, इसलिए मालिक सुबोध चौधरी ने मयूर विजय सोनार और दिलीप सोनार को कंपनी के अपशिष्ट रसायन और अपशिष्ट जल भंडारण टैंक को साफ करने के लिए कहा था। टैंक में रासायनिक रूप से मिश्रित मिट्टी और कीचड़ था। टैंक की सफाई के दौरान मयूर विजय सोनार का पैर फिसल गया और वह सीवरेज में डूब गया। यह देखते ही दिलीप अर्जुन सोनार ने उसे बचाने की कोशिश की। टैंक से हाथ खींचते समय सोनार का संतुलन बिगड़ गया और वह भी टैंक में डूब गया। उसे बचाने गया ठेकेदार रवींद्र उर्फ गोटू झगडू कोली भी टैंक में गिरकर डूब गया।
संतुलन बिगड़ने से टैंक में गिरे
महज 10 मिनट में तीनों टैंक में डूब गए। अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे और तीनों को बाहर निकाला। कार्गो टेंपो से शवों को जिला अस्पताल लाने पर चिकित्सा अधिकारी डॉ. सचिन अहिरे ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अचानक हुई मौत की सूचना एमआईडीसी पुलिस को दी गई थी। एमआईडीसी थाने के पुलिस उपनिरीक्षक रामकृष्ण पाटिल ने पूछताछ की। जांच में खुलासा हुआ कि रसायन के प्रवाह वाले कक्ष में जहरीली गैस बनती है, इसके बावजूद कंपनी के मालिकों ने बिना किसी सुरक्षा उपाय के टैंक में उतारा था। जिसके कारण उनकी मौत हो गई। पुलिस उपनिरीक्षक की शिकायत पर रविवार तड़के सुबोध सुधाकर चौधरी, हिरा सुबोध चौधरी, अपर्णा सुयोग चौधरी, सुनील सुधाकर चौधरी, सुयोग सुधाकर चौधरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। इसमें दो आरोपी फरार हैं तो तीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।