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  • मू.जे. महाविद्यालय का उपक्रम

जलगांव. विश्व संस्कृत दिवस पर के सी ई सोसाइटी संचालित मू.जे महाविद्यालय में संस्कृत के विशेषज्ञों की उपस्थिति में सात दिवसीय संस्कृत ऑनलाइन व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया है.

9 अगस्त तक चलेगा कार्यक्रम

नौ अगस्त तक व्याख्यान का आयोजन किया गया है. इस ऑनलाइन कार्यक्रम का उद्घाटन मुबई स्थित के जे सोमय्या महाविद्यालय के  प्रा.डॉ प्रसाद भिड़े के हाथों हुआ. कार्यक्रम के अध्यक्ष स्थान पर प्राचार्य डॉ. स.ना. भारंबे उपस्थित रहे. इस दौरान उन्होंने संस्कृत भाषा पर प्रस्तुत से रोशनी बिखेरी. डॉ प्रसाद  भिड़े ने संस्कृत रंगभूमि कल और आज विषय पर कालिदास वह भास की रंगभूमि किस प्रकार की थी.बहुत सुंदर तरीके से व्याख्या किया.

संस्कृत रंगमंच अभी भी जीवित

उन्होंने धनश्री लेले के साथ शकुंतला नाटक का लघु-श्रव्य-दृश्य प्रयोग किया, जिसमें कहा गया कि संस्कृत रंगमंच अभी भी जीवित है और संस्कृत नाटक अभी भी थिएटर में किए जाते हैं.इसलिए दर्शकों को व्याख्यान के माध्यम से नाटकीय अनुभव होता है.पूरे महाराष्ट्र के कई श्रोताओं ने इस व्याख्यान का आनंद लिया. कार्यक्रम का सफल संचालन प्रा. प्रीति शुक्ल ने आभार  डॉ. भाग्यश्री भलवतकर ने माना.