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एकनाथ खडसे ने ज़िला प्रशासन पर साधा निशाना

समन्वय न होने से गंभीर हुई कोरोना की स्थिति 

जलगांव. खान्देश के कद्दावर नेता तथा पूर्व मंत्री एकनाथराव खडसे ने कोरोना को लेकर जिला प्रशासन पर हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रशासन में प्रशासनिक अधिकारियों का एक-दूसरे के साथ समन्वय नहीं हैं. दो महीने के लॉक डाउन के बावजूद बड़े पैमाने पर जलगाँव ज़िले में कोरोना संक्रमण से नागरिकों की मौतें हुई है.कोरोना महामारी के चलते रोकथाम करने के लिए ज़िला प्रशासन को उचित समय पर उपाय  करना था लेकिन प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेदारी निभाने में नाकाम साबित हुआ है.नतीजतन कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है.वहीं 78 लोगों को जान गंवानी पड़ी है.पूर्व मंत्री एकनाथराव खडसे ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उक्त बयान दिया.

जिला अस्पताल की कार्यशैली पर प्रहार

विपक्षी नेता एकनाथ खडसे ने जिला अस्पताल की कार्यशैली पर जबरदस्त प्रहार करते हुए आरोप लगाया है कि ज़िला अस्पताल की लापरवाही के कारण ज़िले में कोरोना संक्रमण ने कहर बरपा रखा है. संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट कई दिनों तक लंबित रखी जाती है.स्वब लेने के पश्चात संबंधित संदिग्ध व्यक्तियों को अस्पताल प्रशासन हवा पर छोड़ देता है. जिसके चलते मरीज मोहल्ले कस्बे में आजादी से घुलने मिलने से यह संक्रमण अधिक फैला है. अगर संदिग्ध मरीजों को कोरोना की रपट आने तक अस्पताल में ही क्वारंटाइन किया जाता तो यह संख्या सात शतकों के करीब नहीं पहुंचती.

कोरोना को लेकर सावधानी बरतें लोग

पूर्व नेता प्रतिपक्ष विधायक एकनाथराव खडसे ने जलगांव ज़िले में कोरोना की विस्फोटक स्थिति के लिए जिला प्रशासनिक अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि प्रशासन के संबंधित विभाग के कर्मचारियों में समन्वय की कमी के कारण रोगियों की संख्या बढ़ रही है.उन्होंने  नागरिकों से अपील की कि कोरोना के बारे में सावधान रहने की जरूरत है. सुरक्षित दूरी बनाए रखें, सार्वजनिक कार्यक्रम जाने से बचें तथा घरों में सुरक्षित रहें. जलगांव में इस बीमारी के कारण होने वाली मौतों की खबरों ने अखबारों के पहले पन्ने पर जगह बना ली है. जिलाधिकारी और उनका प्रशासन तालाबंदी के बावजूद भी कोविड के बढ़ते संक्रमण को रोकने में पूरी तरह फेल साबित हुआ है . सूत्रों के मुताबिक जलगांव जिले में संक्रमितों का आंकड़ा 700 को पार होने के कगार पर है. इस बिकट घड़ी में जिला प्रशासन को तत्काल चुस्त दुरुस्त करने की आवश्यकता है.