जलगांव. शहर की रामेश्वर कालोनी में शादी के लिए आए लोगों का ढाई लाख के गहनों से भरा बैग मिलने पर पिता-पुत्र ने पुलिस को लौटा दिया। गिरे हुए गहनों का बैग मिलने से मध्य प्रदेश के लोगों ने दोनों पिता-पुत्र और पुलिस का आभार माना। प्राप्त खबर के अनुसार मध्य प्रदेश के हीरापुर में रहनेवाले धर्मेंद्र पाटिल 10 दिसंबर को MIDC में महालक्ष्मी दाल मिल में अपने चचेरे भाई की शादी के लिए जलगांव आए थे। शादी के बाद धर्मेंद्र पाटिल 12 दिसंबर को रामेश्वर कॉलोनी में अपने रिश्तेदारों से मिलने गए। इस समय उनकी कार की डिक्की में कपड़े, गहने और अन्य सामान रखा हुआ था। गांव लौटने से पहले वह फिर महालक्ष्मी दाल मिल गये. वहां जाने के बाद उन्होंने देखा कि बैग रखते समय डिक्की खुली होने से ढाई लाख रुपये के गहने और अन्य सामानों से भरा बैग गिर गया।
खोज से पहले थाने पहुंचे पिता-पुत्र
धर्मेंद्र पाटिल ने सड़क पर लगे सीसीटीवी को चेक किया और पाया कि दो व्यक्ति सड़क पर पड़े बैग ले जा रहे हैं।धर्मेंद्र पाटिल ने सीसीटीवी कैमरों के फुटेज एमआईडीसी पुलिस स्टेशन के सहायक पीएसआई अतुल वंजारी को दिखाया और बैग के बारे में जानकारी दी। रपट लिखवाने से पहले एमआईडीसी पुलिस कांस्टेबल सुधीर सालवे, असीम तडवी, चेतन सोनवणे और किशोर पाटिल छानबीन करने निकले ही थे कि सामने से बैग लेकर चंदनसिंह मंगलसिंह चव्हाण और उनके बेटे यश चंदनसिंह चव्हाण दोनों पुलिस थाने की ओर ही आते दिखाई दिए। दोनों ने पुलिस थाने में पहुंचकर गहनों का बैग पुलिस को सौंपा। पुलिस इंस्पेक्टर प्रताप शिखर ने धर्मेंद्र पाटिल को 2.5 लाख रुपये से भरा बैग सौंपा गहनों का बैग मिलने से धर्मेंद्र पाटिल ने चंदनसिंह चव्हाण और यश चव्हाण समेत पुलिस का आभार माना।