Can not find the road even after searching
File Photo

  • गड्ढों में तब्दील हुईं सड़कें
  • अपनी दुर्दशा पर रो रहा रूपसिंगपाड़ा मार्ग

Loading

धुलिया. ग्रामीण क्षेत्र (Rural Area) को प्रमुख शहरों (Cities) से जोड़ने के लिए केंद्र और राज्य सरकार (Central and state government) पुरजोर कोशिश कर रही है। किंतु शिरपुर तहसील (Shirpur Tehsil) के सुदूर क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में सड़कें (Roads) टूटी-फूटी हैं। यहां के रूपसिंगपाड़ा जाने वाली सड़क काफी खस्ताहाल में है। जिससे बच्चे-बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।

राज्य महामार्ग एक से रूपसिंगपाड़ा-आपसिंगपाड़ा, मांजणीपाड़ा को जोड़नेवाली ग्रामीण सड़क है। जो पिछले कई वर्षों से जर्जर अवस्था में है। सड़क न के बराबर है। पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो गई है। राज्य हाइवे से 2 सौ मीटर छोड़कर बाकी पूरी सड़क टूटी-फूटी अवस्था में है। ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें केवल मामूली मरम्मत कर बनाई जाती हैं। जो चंद दिनों में उखड़ जाती हैं। जिसका नमूना रूपसिंगपाडा की सड़क है। 

गर्भवती महिलाओं की बढ़ी परेशानी

इसका सबसे बुरा असर रूपसिंगपाड़ा परिसर की गर्भवती महिलाएं और बुजुर्गों को अस्पताल में ले जाते वक्त हो रहा है। समाचार पत्रों में नेताओं की तस्वीर के साथ तहसील की सड़कों के लिए करोड़ों की निधि आने की खबरें तो आती हैं, लेकिन वास्तव में सड़कों का नवीनीकरण नहीं कराया जा रहा है। वे करोड़ों रुपए जाते कहां? ऐसा सवाल नागरिक कर रहे हैं। रूपसिंगपाड़ा जैसी तहसील में कई पाडे और गांव हैं, जहां सड़कें केवल नाम की हैं।

विकास मॉडल के नाम से मशहूर शिरपुर तहसील की ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें आखिरी सांस ले रही हैं। वहीं ठेकेदार और आला विभाग के अधिकारी की मिलीभगत से करोड़ों की निधि उड़ायी जा रही है। जिस ओर आदिवासी जनप्रतिनिधि अनदेखी कर रहे हैं।

-विलास पावरा, महासचिव, बिरसा क्रांति दल धुलिया