मध्य रेल ने नवंबर में की रिकार्ड माल ढुलाई

  • रेलवे की पहल से किसानों को लाभ

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भुसावल. मध्य रेल ने नवंबर माह में रिकॉर्ड माल ढुलाई की। किसान रेल किसानों में बहुत ही लोकप्रिय बनी हुई है, जिसके चलते किसानों को आर्थिक लाभ मिला है और उनकी आर्थिक स्थिति में काभी सुधार भी हुआ है। रेलवे ने नवंबर 2020 में मध्य रेल का 5.65 मिलियन टन माल लदान किया, जबकि नवंबर 2019 में 5.58 मिलियन टन का लदान हुआ था, जिसमें 1.3% सुधार हुआ है। व्यावसायिक विकास इकाइयों ने आक्रामक तरीके से डोलोमाइट, कपास की भूसी, कपास के बीज का तेल केक, चावल और फ्लाई-ऐश की नागपुर मंडल, भुसावल मंडल से भूसी, पुणे मंडल से एग्रो आधारित पोटाश जैसे नए यातायात हासिल करने के लिए विपणन किया गया है।

इस साल मध्य रेल से ऑटोमोबाइल लोडिंग 155 रेक तक पहुंच गई है। बांग्लादेश में ऑटोमोबाइल का निर्यात यातायात विभिन्न टर्मिनलों से कैप्चर किया गया है और अक्टूबर और नवंबर 2020 में लोडिंग ने लगातार 30 रेक क्रॉस किए। नवंबर 2020 में मुंबई मंडल द्वारा हासिल किए गए 1,252 वैगनों / दिन का अब तक का सबसे अधिक लोडिंग की गई। भुसावल म़ंडल ने अक्टूबर 2020 में 21 रेक का एनएमजी ट्रैफिक सबसे अधिक लोड किया और नवंबर में भी 21 रेक पर एनएमजी ट्रैफिक लोड किया गया है।

किसान रेल बनी लोकप्रिय

किसान रेल किसानों में बहुत ही प्रिय बनी है। किसान रेल द्वारा अब तक  41 ट्रिप में, 13,513 टन पेरिशेबिल्स और अन्य वस्तुओं की ढुलाई की गयी है। पहली बार 23 टन केले को जेरु स्टेशन से लोड किया गया। कोविड अवधि के दौरान अब तक 649 पार्सल ट्रेनें चलाई गई हैं। भिवंडी, पंढरपुर, सांगोला, बेलवंडी, कोपरगांव, मोदलिंब, जियूर, लासलगांव, वारुद ऑरेंज सिटी, कटोल, पांढुर्ना, नरखेर और कलमेश्वर स्टेशन भी पार्सल यातायात को आकर्षित कर रहे हैं।