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  • भाजपा के सामने डैमेज कंट्रोल करने की खानदेश में चुनौती

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-ए वाहिद काकर

जलगांव. तमाम अटकलों को विराम देते हुए एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एकनाथराव खड़से को इन सीटों में शामिल होने की अधिकृत घोषणा की है. इस घोषणा से जलगांव जिले की राजनीतिक भूचाल आ गया है. भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता को छोड़ते हुए खड़से ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर जमकर प्रहार किया है और उनके कारण पार्टी छोड़ने का आरोप लगाया है. जलगांव जिले के एसपी कार्यालय के सामने खड़से और एनसीपी समर्थकों ने खड़से के प्रवेश को लेकर मिठाई बांटकर राकांपा  प्रवेश पर खुशी का इजहार किया है.

खड़से के बीजेपी में शामिल होने का साथी जलगांव जिले में भाजपा का मजबूत किला ढहने लगा है. चालीसगांव से पूर्व प्रदेश महासचिव कैलाश सूर्यवंशी ने भी भाजपा प्राथमिक सदस्य से इस्तीफा दे दिया है, कयास लगाया जा रहा है कि खानदेश में बड़े पैमाने पर भाजपा की राजनीति में भूकंप आने की संभावना है. खड़से के साथ ही उनके समर्थक भी एनसीपी में एनसीपी का दामन थाम लेंगे, भाजपा के सामने डैमेज कंट्रोल करने की बड़ी चुनौती खानदेश में खड़ी है.

बीजेपी के वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से ने पार्टी पद से अपना इस्तीफा आधिकारिक रूप से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकात पाटील को सौंप दिया है. इस्तीफे में एकनाथ खड़से ने लिखा है कि वह व्यक्तिगत कारणों से पार्टी छोड़ रहे हैं. हालांकि मीडिया को दिए गए अपने बयान में खड़से ने बीजेपी खासकर पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस पर जमकर भड़ास निकाली.

एकनाथ खड़से ने कहा, ‘मेरी इच्छी नहीं थी पार्टी छोड़ने की, लेकिन एक व्यक्ति की वजह से छोड़ना पड़ रहा है. इसकी शिकायत मैंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से की, लेकिन वहां भी सुनवाई नहीं हुई, इसलिए मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया.’

उस दौर में भी काम किया, जब लोग पत्थर मारते थे

नाराजगी जाहिर करते हुए खड़से ने कहा कि 40 साल पार्टी के लिए काम किया. उस दौर से काम किया है जब लोग हमें पत्थर मारते थे, लेकिन हमने मेहनत की और सरकार आई और फिर हमने मेहनत की. उसके बाद हमे मंत्री बनाया लेकिन वह हमारी मेहनत थी. खड़से आगे बोले, ‘विधानसभा में जब मुझ पर आरोप लगा उस वक्त एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना ने मेरी जांच की मांग नहीं की, क्योंकि उन्हें पता था कि मैं निर्दोष हूं.

मेरे खिलाफ जांच हुई, कुछ नहीं निकला

खड़से ने अपने बयान में कहा कि मेरी नाराजगी देवेंद्र फडणवीस से है. मेरे पीछे जनता है और मैंने अपना इस्तीफा दिया और एनसीपी में शामिल हो जाऊंगा. 40 साल मैंने पार्टी को दिए हैं. जब मुझ पर आरोप लगा उस वक्त मैंने खुद सीएम से कहा था कि मुझ पर आरोप लगा रहे हो. उसके बाद मैंने जांच करवाई लेकिन कुछ नहीं निकला.

मेरी ऐंटी करप्शन जांच कराई गई

उन्होंने फडणवीस पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह फंसा रहे हैं. 4 साल से घर पर हूं. ऐंटी करप्शन जांच कराई गई. एक महिला के शील भंग का आरोप लगाया गया. जब मैंने डीसीपी से पूछा तो उसने बोला क्या करे सीएम साहब ने कहा है. मैंने जब पूछा कि झूठा आरोप क्यों लगाया, इस पर कहते हैं कि वह महिला हंगामा कर रही है.

बीजेपी से नाराजगी नहीं, एक शख्स से है

खड़से शुक्रवार को एनसीपी में शामिल होंगे. इस्तीफा सौंपने के बाद उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि पिछले 4 सालों में पार्टी में बदनामी सहनी पड़ी. मैं बीजेपी पर नाराज नहीं हूं, एक व्यक्ति पर हूं. मेरे पर जो आरोप लगा उस पर जांच हुई उसमें कुछ मिला नहीं. बाकी नेताओं पर आरोप लगा, उनको क्लीन चिट दी जाती है मुझे नहीं.