यात्रा संबंधी रेलवे ने जारी किए निर्देश
जलगांव /भुसावल. रेल मंत्रालय ने उसके अध्यादेश में जटिल बीमारी से पीड़ित वरिष्ठ नागरिक और 10 वर्ष के भीतर के बच्चों को रेल में यात्रा करने से बचने के निर्देश दिए. रेलवे ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि भारतीय रेलवे हर दिन पूरे देश में श्रमिकों के लिए विशेष रेलगाड़ियां चला रही है. ताकि इधर उधर फंसे प्रवासी मजदूर अपने घर जा सकें. यात्रा के दौरान पहले से ही बीमार लोगों की मौत की घटनाएं हुई हैं. ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से बचने के लिए 10 साल से कम उम्र के बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों से ट्रेन से यात्रा करने से बचने का आग्रह किया गया है. नॉवेल कोरोना वायरस संक्रामक रोग से पीड़ित व्यक्तियों को वाहनों में यात्रा करने से उनके स्वास्थ्य को खतरा बढ़ जाता है.रेल यात्रा के दौरान पुरानी बीमारियों से मरने के कुछ दुर्भाग्यपूर्ण मामले भी सामने आए हैं.
रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है कम
इनकी रोग प्रतिरोधक शक्ति भी कम होने के कारण रेलवे ने उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदयविकार, कर्करोग, गर्भवती महिला, 10 वर्ष के भीतर के बालक और 65 वर्ष बुजुर्गों का रेल यात्रा करने से मना किया है किंतु आवश्यक होने पर ही रेल यात्रा करने की बात भी कही है. मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, शिवाजी सुतार ने कहा, “हम समझ सकते हैं कि देश के लोग इस समय ट्रेन से यात्रा करना चाहते हैं और इसलिए भारतीय रेलवे परिवार सात दिनों तक काम कर रहा है” लेकिन सभी के साथ यात्री सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए सभी नागरिकों का सहयोग अपेक्षित है. उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या या आपात स्थिति के लिए अपने रेलवे परिवार से संपर्क करने में संकोच न करें. भारतीय रेलवे हमेशा आपकी सेवा में है.