करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी नहीं गड्ढे जस के तस

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जलगांव. महानगर पालिका प्रशासन की उदासीनता के कारण गत दो वर्षों से शहर की सड़कें नवीनीकरण की राह ताक रही हैं. पूरे शहर की सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं. पिछले दो साल में सड़कों की मरम्मत लगभग 7 से 8 बार की गई. मरम्मत के नाम पर ठेकेदार नगरसेवक ‘गब्बर शेर ‘ बन रहे हैं. सड़कों की मरम्मत स्थायी रूप से करने में मनपा पूरी तरह असफल साबित हुई.

ठेकेदार बन बैठे नगरसेवक सड़कों पर दोबारा गड्ढे होने के इन्तजार में हैं. सड़क मरम्मत पर करोड़ों रुपए बर्बाद किये जा रहे हैं. इस भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई भी पार्षद राजनीतिक दल बोलने के लिए तैयार नहीं है. अमृत योजना के कारण खुदवाई नालियां अभी तक बंद नहीं की गई हैं. पूरे शहर में सिर्फ पांच फीसदी ही नालियां ठीक की गयी हैं. इस योजना का काम जैसी लोगों की परीक्षा ही ले रहा है.

ग्रामीण इलाकों की सड़कों से भी बदतर

जलगांव शहर में सड़कों की हालत ग्रामीण इलाकों की सड़कों से भी बदतर हो गई है. देहातों और शहरी क्षेत्रों की तस्वीर आज विरोधाभासी है. क्योंकि तहसील स्तरों पर गांवों की सड़कें अच्छी हैं और जलगांव की सड़कों की हालत खस्ताहाल हैं.

महानगर निगम पिछले कुछ वर्षों से लगातार सड़क मरम्मत कार्य कर रहा है. इस कार्य के दौरान सिर्फ खानापूर्ति पर जोर दिया जाता है. जैसे कि गड्ढों को मुरुम, वेस्ट मटेरियल, पत्थर, मिटटी आदि से ढका जाता है. सड़कों पर डामरीकरण भी नाममात्र किया गया  है. इसके चलते कुछ दिनों बाद सड़कों की हालत जैसे थी वैसी हो जाती हैं. 

मरम्मत पर 23 करोड़ हुए खर्च

दो वर्षों में सड़क की मरम्मत सात से आठ बार की गई. महानगर पालिका से पता चला है कि इस पर लगभग 23 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. वास्तव में सड़कों की मरम्मत कैसे हुई, यह सर्वविदित है. परिणामस्वरूप करोड़ों रुपये खर्च हुए हैं. अब फिर इसी काम के लिए साढ़े 9 करोड़ रुपयों का बजट बनाया गया है.

शिकायतों पर जागा मनपा प्रशासन

पिछले कुछ दिनों से सड़क मरम्मत को लेकर लोगों समेत सामाजिक संगठनों ने आवाज उठाने से महानगर पालिका के पदाधिकारी और प्रशासन कुछ हद तक जाग उठा और सड़क की मरम्मत के लिए निविदा जारी की. वार्ड वार टेंडरों को अच्छा रिस्पांस नहीं मिला. अब और साढ़े नौ करोड़ रुपयों का बजट रखा गया है. इसमें अब डेढ़ करोड़ के कामों को मंजूरी दे दी गई है और इस संबंध में कार्य आदेश जारी कर दिए गए हैं  काम विभिन्न वार्डों में शुरू हो गए हैं.

शहर अभियंता अरविंद भोसले के नुसार सड़कों की मरम्मत के लिए साढ़े नौ करोड़ रुपयों का प्रावधान किया गया है. शीघ्र ही शहर की सारी सड़कों को गढ्ढों से मुक्त किया जाएगा.