- 60 प्रतिशत काम होने का ठेकेदार का दावा
- 70 करोड़ रुपये का फंड गडकरी ने किया मंजूर
जलगांव. शहर से जा रहे हाईवे का जलगांव शहर में साढ़े सात किलोमीटर का चार-लेन का काम डेढ़ साल से चल रहा है. कछुआ गति चल रहे इस काम को देखते हुए नागरिकों ने सवाल उठाया है कि क्या यह काम समय पर पूरा किया जाएगा. हालांकि ठेकेदार एजेंसी का दावा है कि अब तक 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. इसके बावजूद अभी बहुत काम किया जाना बाकी है.
निर्माण कंपनी का दावा है कि जो काम बाकी है, उसे शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा. सूरत-नागपुर हाईवे के फोर-वे के फागने-तरसोद तक के काम चरणों में किया जा रहा है. इससे जलगांव शहर से गुजरने वाले पालधी से तरसोद तक के हाईवे के काम को लेकर सवाल उठाया गया था. यह देख केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शहर से गुजरने वाले मार्ग के लिए 70 करोड़ रुपये का फंड मंजूर किया. तदनुसार, निविदा प्रक्रिया पूरी हो गई और काम को जंदू कंस्ट्रक्शन को सौंपा है. इस पट्टे का निर्माण मार्च तक करना अनिवार्य है. इसके बावजूद निर्माण कार्य मात्र ६० प्रतिशत ही हुआ है.
साढ़े 7 किमी मार्ग हो रहा फोर लेन
पिछले साल 2019 में काम शुरू हुआ. इस काम में खोटेनगर से कालिका माता मंदिर तक साढ़े सात किलोमीटर की सड़क को चौगुना किया जाएगा. 69 करोड़ रुपये की इस परियोजना में दो फ्लाईओवर, दो रोटरी सर्किल और चार अंडरपास शामिल हैं. इनमें सेखोटेनगर से मानराज पार्क और आईटीआई से आकाशवाणी चौक तक दो स्थानों पर फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं. इन पुलों के नीचे दोनों तरफ समानांतर सर्विस रोड होगी. शेष वर्गों में रोटरी सर्कल, अंडरपास का काम किया जाएगा.
धीमी रफ्तार से चल रहा कार्य
ठेकेदार एजेंसी का दावा है कि अब तक 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है.पर फ्लाईओवर, अंडरपास और रोटरी सर्कल जैसे निर्माण कार्य की गति अभी भी अपनी प्रारंभिक अवस्था में है. खोटेनगर से मानराज पार्क तक फ्लाईओवर का काम ज़रा प्रगति पर है.आईटीआई से आकाशवाणी चौक तक फ्लाईओवर पर काम अभी भी धीमी रफ़्तार से ही चल रहा है.
कई स्थानों पर अधूरे पड़े हैं कार्य
अधिकांश स्थानों पर डिवाइडर छोड़कर दोनों तरफ सड़क का काम भी अधूरा है. ऐसा लगता है कि विभिन्न चरणों में केवल ढाई किलोमीटर के दोनों किनारों पर काम किया गया है. इसलिए इस प्रमुख सड़क का काम भी काफी हद तक अधूरा पड़ा है.लोगों द्वारा इसके बारे में शिकायत किए जाने के बाद काम की गुणवत्ता में सुधार के प्रयास किए जाने की संभावना जताई जा रही है.
लाकडाउन का पड़ा बुरा असर
हाईवे निर्माण काम की समय सीमा मार्च 2021 है. 40 प्रतिशत से अधिक काम अभी भी किया जाना बाकी है. शेष चार से पांच महीनों में काम कैसे पूरा होगा? यह सवाल भी लोग उठा रहे है.लॉकडाउन में चार महीने के काम पर बड़ा बुरा असर पड़ा.इसलिए इस काम को भी अन्य इंफ्रास्टक्चर कामों की तरह तीन महीने का विस्तार दिया गया है. कोरोना के चलते लगाए गए लॉकडाउन के दौरान काम पूरी तरह से बंद था. अब काम को अवधि बढ़ाकर मिल गयी है, इसलिए यह काम तय समय सीमा के भीतर मार्च 2021 तक काम पूरा कर लेंगे.
-भूपिंदर सिंह, प्रोजेक्ट इंजीनियर, जंदू कंस्ट्रक्शन
शहर से जा रहे हाईवे के काम की गुणवत्ता को लेकर राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना अधिकारी सीएम सिन्हा और जिलाधिकारी अभिजीत राउत से शिकायत की गयी है. इसके चलते अब इस काम की गुणवत्ता में सुधार की आशा है.हम हाईवे के काम पर नजर रख रहे हैं
-डॉ. राधेश्याम चौधरी, जलगांव