संपत्तिकर माफ नहीं हुआ तो करेंगे अनशन

  • कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन के तोड़ी नागरिकों की कमर
  • भाजपा नेता डॉ. चौधरी ने दी नगर परिषद को चेतावनी

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नंदुरबार. नंदुरबार नगर परिषद की आम बैठक हुई, जिसमें 6 महीने की संपत्तिकर में सहूलियत या माफ करने की मांग भाजपा पार्षद और नंदुरबार नगर परिषद के नेता प्रतिपक्ष चारुदत्त कलवनकर ने उठाई थी. इसी को आगे बढ़ाते हुए भाजपा के प्रो. रवींद्र चौधरी ने कहा कि लोगों के हित में छह महीने की संपत्तिकर माफ होनी चाहिए. यह मांग अगर एक महीने के भीतर पूरी नहीं हुई तो आमरण अनशन किया जाएगा. इस तरह की चेतावनी भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष विजय चौधरी, नंदुरबार नगर परिषद के विपक्ष के नेता चारुदत्त कलवनकर और भारतीय जनता पार्टी के नगरसेवक गौरव चौधरी, आकाश चौधरी, आनंद माली, कमल ठाकुर, लक्ष्मण माली, नगरसेविका संगीता सोनवणे और भाजपा नगर अध्यक्ष माली ने नपा प्रशासन को दिया है.

नंदनगरी की प्रथम नागरिक का नहीं किया अपमान

नंदुरबार नगर परिषद की आम बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई थी. बैठक में नगरसेवकों ने कहा कि कोविड – 19 की पृष्ठभूमि पर तालाबंदी के कारण सैकड़ों नागरिकों को भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए नपा को 3 महीने की बजाय छह महीने के लिए घरपट्टी माफ करनी चाहिए. साथ ही शहर में संपत्ति के मालिकों को छह महीने की घरेलू छूट दी जानी चाहिए. चौधरी ने कहा कि हम नंदनगरी की प्रथम नागरिक रत्ना रघुवंशी का सम्मान करते हैं. पूर्व विधायक चंद्रकांत रघुवंशी आरोप लगा रहे है कि भाजपा नगरसेवकों ने रत्ना रघुवंशी का अपमान किया है. यह सरासर गलत है.

दिखाया जा रहा वीडियो बैठक का नहीं : मुख्याधिकारी

मुख्याधिकारी ने स्पष्ट किया है कि बैठक का कोई वीडियो नहीं है. रघुवंशी द्वारा जो वीडियो बताया जा रहा है, वह वीडियो नपा बैठक का नहीं है. भाजपा नगरसेवकों को अयोग्य ठहराने का सत्तासीन पार्टी प्रयास कर रही है, पर वह इस प्रयास में सफल नहीं होगी. ऐसा कहते हुए चौधरी ने बताया कि रघुवंशी कह रहे हैं कि उन्हें नगर पालिका अधिनियम के अनुसार घरपट्टी माफ़ करने का अधिकारी नहीं है, पर वह इसमें छूट दे सकते हैं.

नागरिकों के हित में भी काम करें रघुवंशी

रघुवंशी अपने इर्द-गिर्द घूमने वालों को जिस तरह से लाभ पहुंचाते हैं, ठीक उसी तरह से वह नागरिकों के हितों में भी कार्य करें, ऐसा भी चौधरी ने कहा और घरपट्टी माफ़ करने की मांग दोहराई. एक  महीने  के भीतर अगर 6 महीनों की घरपट्टी माफ़ नहीं हुई तो आमरण अनशन की चेतावनी भी चौधरी ने दी. इस समय भाजपा पदाधिकारियों समेत कई कार्यकर्ता और नगरसेवक भी मौजूद थे.