जिला प्रशासन की कार्यशैली पर उठने लगे सवाल
राम भरोसे चल रहा मेडिकल अस्पतालों में इलाज
2971 मरीजों की संख्या पहुंची
जलगांव. खानदेश में कोरोना वायरस का कहर चरम पर है. जलगांव ज़िला प्रशासन पर लोग कई सवाल खड़े कर रहे हैं, क्योंकि जो दावे वे कुछ दिन पहले तक कर रहे थे, वे सभी दावे अब झूठ साबित हो रहे हैं. जलगांव में संक्रमण ने पिछले 24 घंटे में सभी पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए और अब तक सबसे अधिक नये मरीज सामने आए.तीन दिनों में मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है .जिला कोविड अस्पताल में आईसीयू की संख्या कम पड़ने लगी है. जलगांव ज़िला अस्पताल आईसीयू हाउस फुल हो गया है.जिसके चलते प्रशासन के माथे पर चिंता की लकीरें मंडराने लगी हैं, वहीं मरीजों के रिश्तेदार संक्रमित व्यक्तियों की सेवा में लगे हैं. इस तरह के फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं. कुल मिलाकर जिला कोविड-19 अस्पताल की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए जाने लगे.
अधिकांश तहसीलें बनीं हाट स्पाट
जलगांव शहर भड़गांव समेत अन्य तहसीलों में कोरांना कहर बनकर टूट रहा है. कमोबेश जिले की सभी तहसीलें हॉटस्पॉट में तब्दील हो चुकी हैं. शुक्रवार को 117 मरीजों की पुष्टि से जिले में सनसनी मच गई.कोरोना का प्रकोप जलगांव शहर में सबसे अधिक संख्या में संक्रमित व्यक्ति मिले हैं.कोविड-19 अस्पताल में मरीजों की बढ़ती तादाद से चिकित्सक की कमी भी महसूस की जा रही है. अमलनेर के एक मरीज की हालत गंभीर होने से उसे अन्य अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराना था.
बिना इलाज के वृद्धा को अस्पताल में रखा
परिजनों से डॉक्टरों ने कहा कि अन्य अस्पतालों में आईसीयू खाली है. इस तरह बुधवार को कोविड अस्पताल के चिकित्सकों ने मरीज के परिजनों से कहा था लेकिन गणपति समेत अन्य किसी भी अस्पताल के अति दक्षता विभाग में आईसीयू बेड खाली नहीं होने के कारण मरीज को वापस जिला कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया.जिससे icu हाउस फुल होने का सनसनीखेज खुलासा हुआ. अमलनेर की एक 60 वर्षीय वृद्धा को इलाज के बिना दिन भर अस्पताल में रखा गया. परिजनों की शिकायत पर देर शाम एक डॉक्टर ने बुजुर्ग महिला का परीक्षण किया, किंतु दिन भर उन्हें किसी भी प्रकार की कोई दवा नहीं दी गई ना उनकी सुध ली गई जिसके चलते हालत गंभीर होने का आरोप परिजनों ने लगाया है.
5 डाक्टरों पर मरीजों की जिम्मेदारी
जलगांव मेडिकल कॉलेज में 9 फिजीशियन चिकित्सकों की नियुक्त गई है. जिनमें चार मेडिसिन डॉक्टर 55 वर्ष से अधिक और अन्य बीमारियों से ग्रस्त हैं जिनके कारण वे मरीजों की जांच नहीं कर सकते. मरीजों को 5 डॉक्टर ही परीक्षण कर रहे हैं.कोविड अस्पताल में 399 बेड हैं. जिनमें 39 बेड्स आईसीयू है इतने मरीजों पर 5 डॉक्टर ही इलाज कर रहे हैं.
कांटेक्ट चिकित्सकों ने नहीं लिया चार्ज
कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच जिला अस्पताल में कांट्रैक्ट बेसिस पर डॉक्टर और मेडिकल कर्मियों की भर्ती कराई गई थी.1 महीने बीतने के बावजूद एक भी कांटेक्ट बेस्ट डॉक्टर और कर्मी ने चार्ज संभाला नहीं है.जिसके चलते कोविड अस्पताल खुद ही बीमार हो गया है. शुक्रवार को जिले के विभिन्न स्थानों से संदिग्ध कोरोना मरीजों का परीक्षण किया गया. जिसमें सब से अधिक पॉजिटिव मरीज जलगांव शहर से ५४ वहीं भड़गांव से २१ नए रोगियों की पुष्टि हुई.जलगांव ग्रामीण ३, भुसावल ६, अमलनेर ४, चोपडा ३, धरणगांव १, यावल १०, एरंडोल १, जामनेर २, रावेर ८, पारोला से ४ नए मामले मिला कर शुक्रवार को 117 कोरोना के संक्रमित रोगियों का आगमन हुआ है.
तालुका अनुसार कोरोना संक्रमण
जलगांव शहर 606, जलगांव ग्रामीण 95,
भुसावल 390, अमलनेर 285,
चोपड़ा 213, पचोरा 74,
भडगांव 163, धरणगांव 126,
यावल 143, एरंडोल 107,
जामनेर 148, रावेर 215
पारोला 210, चालीसगांव 33,
मुक्ताईनगर 25, बोदवड 38,
2 971 संक्रमित व्यक्ति 90 अन्य जिले को छोड़कर हैं.