ग्रामीण अस्पताल को बनाएं जिला उप अस्पताल

  • अत्याधुनिक सुविधाएं न होने से हलाकान हो रहे मरीज
  • पालक मंत्री सत्तार से रहिवासियों ने लगाई गुहार
  • 60 किमी दूरी पर है जिला अस्पताल

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शिंदखेड़ा. पालक मंत्री अब्दुल सत्तार ने जोरदार बारिश से शिंदखेड़ा तहसील में फसलों को हुए नुकसान का जायजा लिया. कृषि अधिकारी के साथ उन्होंने समीक्षा बैठक की. इसके बाद विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न मांगों के लिए योजनाओं के लिए धन उपलब्ध कराने का उन्हें ज्ञापन सौंपा. इसी के साथ ग्रामीण अस्पताल को उप जिला अस्पताल में तब्दील करने की मांग विभिन्न संगठनों ने पालक मंत्री से की. इस समय शिंदखेड़ा प्रभाग क्रमांक 9 के विकास कामों के लिए निधि उपलब्ध कराने की मांग की गई. इस संबंध में ज्ञापन शिवसेना के पूर्व शहर अध्यक्ष नंदकिशोर पाटिल, शहर प्रमुख,सागर देसले भूपेंद्र देशमुख,सोनू देसले,दर्शन पवार,नाना पहाड़ी आकाश चौधरी ने सौंपा.

कृषि अधिकारी के साथ पालकमंत्री की बैठक

पालक मंत्री अब्दुल सत्तार ने तहसील में पिछले दिनों हुई जोरदार बारिश से फसलों को हुए नुकसान का जायजा लिया. इस संबंध में कृषि अधिकारी के साथ उन्होंने समीक्षा बैठक की. इसी दौरान शिंदखेड़ा संघर्ष विकास समिति ने ग्रामीण अस्पताल की पतली हालत के कारण इसे शिंदखेड़ा उप जिला अस्पताल में तब्दील करने की मांग की. इस संबंध में पालकमंत्री को ज्ञापन  सौंपा गया.

उपचार के लिए दर-दर भटक रहे मरीज

ज्ञापन में मंत्री अब्दुल सत्तार को बताया गया कि शिंदखेडा में ग्रामीण अस्पताल है, उसकी हालत खस्ता है. पर्याप्त सुविधाएं नहीं होने के कारण  शहर व परिसर के नागरिकों को लाभ नहीं हो रहा है. एक्स-रे मशीन,पॅथॉलॉजी लॅब,प्रसूति गृह, बच्चों के टीके, शव विच्छेदन आदि सुविधाएं समय पर नहीं उपलब्ध हो रही हैं, जिसके चलते नागरिकों को उपचार के लिए दर-दर भटकना पड़ता है. उन्हें  मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

डाक्टरों एवं कर्मियों की कमी

 डॉक्टर्स व कर्मचारियों की संख्या बहुत कम है. एक्सीडेंट, सीरियस मरीजों को या अन्य कारणों से संवेदनशील अवस्था में होने पर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भेजा जाता है. जो शिंड़खेड़ा से  ६० किमी पर है. इतनी दूरी तय करते कई बार मरीज की मौत हो जाती है. शिंदखेडा शहर व परिसर में अन्य निजी अस्पताल नहीं है.

इन्होंने पालकमंत्री को सौंपा ज्ञापन

इसलिये ग्रामीण रुग्णालय का दर्जा बढ़ाकर,उप जिला अस्पताल बनाया जाए.  पालकमंत्री अब्दुल सत्तार को शिंदखेडा विकास संघर्ष समिति के उमेश चौधरी, अमोल भगवान मराठे,कल्पेश जैन,भीमसिंह राजपूत,निलेश देसले, विनोद देसले,कुणाल गुरव,अनिल मराठे,शक्ति राजपूत,मयूर पवा,मुकेश बडगुजर आदि ने ज्ञापन सौंपा.

ग्रामीण अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधाओं का अभाव होने के कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में यहां के गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल ले जाया जाता है. इस गंभीर समस्या को देखते हुए पालकमंत्री शीघ्र इस अस्पताल की सुविधाएं बढ़ाएं या इसे जिला अस्पताल में तब्दील करें.

-राज किशोर, स्थानीय निवासी