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    जलगांव. ‘मेरी बेटी ससुराल वालो को देना’ ऐसा संदेश अपने भाई के मोबाईल फोन (Mobile Phone) पर भेजकर एक 22 वर्षीय शादीशुदा महिला (Married Woman) ने फांसी लगाकर आत्महत्या (Committed Suicide) कर ली। इस घटना के पीछे सही कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। मृतक (Deceased) की एक साल की बेटी है। मृतक के पिता ने कोई शिकायत नहीं की है उन्होंने पुलिस से केवल यह पूछा कि क्या उनकी बेटी के साथ कोई अत्याचार हुआ था। घटना रविवार दोपहर 2.30 बजे बम्बोरी में हुई।

    हालांकि, अस्पताल में शव देखने के बाद ससुराल वाले वापस चले गए। मृतक की पहचान कविता राकेश सोनवणे (22) के रूप में हुई है। घटना इस प्रकार है कि दो साल पहले कविता को राकेश सोनवणे नाम के युवक से प्यार हो गया था और दोनों ने शादी कर ली थी। पति राकेश परिवार चलाने के लिए मजदूरी करता था। इसी बीच शनिवार 24 जुलाई को कविता अपने एक साल की बेटी दूर्वा के साथ पिंपराला से अपने मायके आई। शाम को उसने बेटी को मायके में ही छोड़ दिया और अकेले बम्बोरी में अपनी ससुराल लौट गई। इसके बाद रविवार दोपहर 2.30 बजे जब घर पर कोई नहीं था तो कविता ने पंखे से साड़ी बांध कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

    इस घटना के सामने आने के बाद उसके ससुराल वालों ने उसके शव को सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले आए। घटना की जानकारी मिलते ही मायके के लोग भी अस्पताल पहुंचे। कविता के पिता गंगाधर दशरथ महाजन होमगार्ड हैं। लड़की का शव देखकर वे रो पड़े लेकिन, पुलिस के पास कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी। लड़की ने ख़ुदकुशी की है या उसकी हत्या की गई है? उन्होंने पुलिस से मामले की जांच की मांग की है।

    आत्महत्या करने से पहले कविता ने अपने बड़े भाई सुशील को उसके मोबाइल पर मैसेज किया था कि उसकी बेटी को ससुराल वालों के हवाले न करें। कविता ने एक साल की बच्ची को अपने मायके क्यों छोड़ा यह एक सवाल बना हुआ है। इस मामले में तहसील थाने में  मौत का मामला दर्ज किया गया है। कविता का शव रखकर उसके पति राकेश और उसके ससुर सरकारी अस्पताल से चले गए। प्रेम विवाह करने के बाद भी राकेश अपनी पत्नी कविता के शव के पास अस्पताल में मौजूद नहीं था। मृतक के पिता ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई, लेकिन यह एक आत्महत्या है या हत्या इसकी जांच करने के लिए पुलिस से गुहार लगाई है।