नागपुर रेलवे मंडल ने 100 किमी की गति से 12000 हॉर्स पावर का पहला मालगाड़ी चलाया

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  • WAG-12 लोको इंजन पटरी पर दौड़ा 
  • विहार के मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोको ने किया तैयार

भुसावल. बिहार की मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोको फैक्टरी ने देश का पहला स्वदेशी 12000 हॉर्स पावर का रेल इंजन तैयार किया है. ट्विन बो-बो डिजाइन वाले इस रेल इंजन का एक्सल लोड 22.5 टन है, जिसे 25.0 टन तक बढ़ाया जा सकता है. यह इंजन वर्तमान में 100 किलोमीटर प्रति घंटा परंतु भविष्य में 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से सफर कर सकता है. इसकी सहायता से मालगाड़ियों की औसत गति और भार ले जाने की क्षमता बेहतर होगी. 

मेक इन इंडिया के तहत तैयार

इस लोको को मालगाड़ी परिचालन के लिए एक क्रांतिकारी कदम के रूप में देखा जा रहा है. यह इंजन मेक इन इंडिया के तहत तैयार किया गया है. ये रेल इंजन आई.जी.बी.टी. आधारित, 3 फेज ड्राइव, नौ हजार किलोवाट (12000 हॉर्स पावर) के है.

इसमें लगा है जीपीएस 

 इनमें जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) भी दिया गया है, जिसकी सहायता से इस लोको को कहीं भी ट्रैस किया जा सकेगा, मध्य रेल्वे में सर्व प्रथम नागपुर मण्डल को 12000 हॉर्स पावर का शक्तिशाली इंजन के साथ गाड़ी क्रमांक KRDS/BTPN सेक्शन आमला से नागपुर तक चलाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ.

 प्रशिक्षण के लिए इंजन उपलब्ध

 मुख्यालय के प्रयास से नागपुर मण्डल को एक 12000 हॉर्स पावर का इलेक्ट्रिक इंजन लोको पायलटों के प्रशिक्षण हेतु भी उपलब्ध कराया गया है. कुछ दिनों से आमला तथा नागपुर मुख्यालय के लोको पायलटों को ऑन लाइन तथा सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए प्रायोगिक तौर पर भी प्रशिक्षण देने का काम प्रारंभ कर दिया गया है.

27 कर्मचारियों को मिला प्रशिक्षण

 अभी तक आमला के 27 कर्मियों का दल तथा 5 मुख्य लोको निरीक्षक तथा नागपुर के 24 कर्मी दल तथा 5 मुख्य लोको निरीक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, प्रशिक्षण देने का कार्य यथावत जारी है .