घर बैठकर सरकार चलाने वालों पर भड़के फडणवीस

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जलगांव. महाराष्ट्र सरकार में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस इन दिनों महाराष्ट्र में कोरोना के हालात का जायजा ले रहे हैं. जलगांव में विपक्ष के नेता फडणवीस ने गुरुवार को अस्पतालों का जायजा लिया और डॉक्टरों से कोरोना को लेकर स्थानीय हालातों पर चर्चा की. विपक्ष के नेता फडणवीस ने  जलगांव में कोविड अस्पतालों का  दौरा किया है. जिले में कोरोना के हालात कैसे हैं और किस प्रकार से स्थानीय प्रशासन कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने का प्रयास कर रहा है। साथ ही लोगों को हो रही समस्याओं को सुनने के बाद जिला प्रशासन के साथ समीक्षा बैठक की. जिलाधिकारी अभिजीत राउत  से चर्चा कर उन्हें  महामारी को काबू में करने दिशा निर्देश दिए.

पत्रकारों से संबोधित करते हुए विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने तीन पहिया की आघाड़ी सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा  कि कोरोना महामारी से देश सहित प्रदेश की जनता पीड़ित है. आघाड़ी सरकार के नेता घर में बैठकर शासन कर रहे हैं. भाजपा लोगों के बीच में पहुंचकर उनका दर्द बांटने में जुटी है. कांग्रेस राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता घर में बैठे हैं. उन्हें लोगों की चिंता नहीं है. हमें लोगों की चिंता है.

लोगों के बीच पहुंचकर उनकी समस्या उनकी परेशानी को सुन रहे हैं. लोगों को भी अच्छा लग रहा है कि कोई उनकी खैर खबर लेने वाला है. भाजपा एनसीपी और कांग्रेसी की तरह राजनीति नहीं करती. प्रदेश कोरोना की महामारी से पीड़ित है. ये सियासत करने का समय नहीं है. तीनों पार्टियां कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम पर फोकस नहीं कर रहीं, बल्कि आपस में लड़ने में लगी हैं. महामारी दिन-ब-दिन विकराल रूप धारण कर रही है. ऐसे में टेस्ट बढ़ाने की आवश्यकता है. बेड बढ़ाने की जरूरत है, लोगों को समय पर उचित  सही इलाज मिलने की आवश्यकता है. किंतु सूबे की सत्ताधारी पार्टियां एक दूसरे के कार्यकर्ताओं को तोड़ने में लगी हैं. 

सामना अखबार पर भी प्रहार
शिवसेना पर हमला बोलते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सामना अखबार बाला साहब ठाकरे के हिंदुत्व विचारधारा का अखबार नहीं रहा, अब सामना- एनसीपी कांग्रेस का सामना बन गया है. शिवसेना सांसद संजय रावत पर हमला करते हुए कहा कि एक नारद ने शरद के चक्कर में पूरी शिवसेना को गरद कर दिया है. 

जलगांव में नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने सिविल अस्पताल का दौरा करने के बाद जिलाधिकारी के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के बाद फडणवीस कहा कि जलगांव में जो कोरोना मरीजों का आंकड़ा है वह चिंता का विषय है और इस संदर्भ में मैंने जिला अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है.

उन्होंने कहा कि जलगांव में मरीजों के लिए टेस्टिंग लैब को बड़े पैमाने पर बढ़ाने की आवश्यकता है, यहां  टेस्टिंग लैब की संख्या आईसीएमआर की गाइड लाइन के मानकों से भी बहुत कम है, जिस पर जिला अधिकारी ने बताया कि उन्होंने यह संख्या बढ़ाने की व्यवस्था की गई है. एंटीजन किट आदि के जरिए टेस्ट बढ़ाने की व्यवस्था की जा रही है. नेता विपक्ष ने कहा कि लेकिन टेस्टिंग में अभी भी  चार दिन से भी ज्यादा लग रहे हैं, जिससे मरीज तब तक गंभीर अवस्था में चले जाते हैं. इसलिए एंटीजन किट या अन्य टेस्टिंग से 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट आनी चाहिए. 

उन्होंने कहा कि एंबूलेंस की कमी के कारण जो दुखद घटनाएं सामने आ रही हैं, यहां एंबूलेंस बढ़ाने की भी जरूरत है. यहां मरीजों को एंबूलेंस के लिए आठ आठ घंटे का इंतजार करना पढ़ता है. नेता विपक्ष ने कहा कि बड़े पैमाने पर नान कोविड मरीजों के लिए अन्य अस्पतालों में ज्यादा पैसे लेने की शिकायतें भी आ रही हैं, इसलिए सिविल अस्पताल की ही एक इमारत में  नान कोविड अस्पताल शुरू करने मांग लोगों द्वारा की जा रही है, जिस पर जिला अधिकारी ने शीघ्र व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है.