Police reached the wedding pavilion, stirred up, case registered on 5 barayas

  • विवाह समारोह का औचक निरीक्षण करने सड़क पर उतरे जिलाधिकारी

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जलगांव. कोरोना (Corona) के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा कार्रवाई शुरू कर दी गई है। विवाह समारोह (Marriage Ceremony) में 50 व्यक्तियों से अधिक बाराती लाने पर प्रतिबंध (Ban) लगाया गया है। रविवार को शहर में विवाह के अनेक समारोहों का आयोजन किया गया था। इन समारोहों पर पुलिस प्रशासन के साथ ही जिला प्रशासन भी नजर गड़ाए था। स्वयं जिला अधिकारी अभिजीत राउत ने सड़क पर उतरकर विवाह पंडालों का निरीक्षण किया। 

पुलिस प्रशासन (Police Administration) ने 5 स्थानों पर अपराध दर्ज किए हैं। शादी समारोह में 50 से अधिक लोग पाए जाने पर 44,000 रुपए का जुर्माना (Fine)लगाया गया है। विवाह समारोह पुलिस की स्पेशल कार्रवाई से देश में दूल्हा-दुल्हन के परिजनों में हड़कंप मच गया है।

अधिक बाराती पर लगा 44,000 रुपए का जुर्माना 

कोरोना के प्रकोप से जिला प्रशासन द्वारा भीड़ को नियंत्रण करने के लिए विभिन्न उपाय योजना की जा रही है। इसके चलते सरकार की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। नगरपालिका और पुलिस प्रशासन शादी की भीड़ पर कड़ी नजर रखे हुए है, ताकि भीड़ न बढ़े। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क नहीं लगाने वाले व्यक्तियों पर प्रशासन की गाज गिरनी शुरू हो गई है। रविवार को विवाह की तिथि होने के कारण पुलिस ने छापामार कार्रवाई कर विवाह मंडपों का दौरा किया। शहर के बालाजी पार्क के पास पंढरपुरा, आजाद चौक और बालाजी स्कूल के पीछे, मिस्कीनबा दरगाह शरीफ इलाके में पहुंच कर नियमों का उल्लंघन करने वालों पर गाज गिराई। पुलिस निरीक्षक लीलाधर कानाडे, निलेश गायकवाड़, संदीप सालुंखे, नगर निगम कर्मचारी एच. म. पाटिल और अन्य नगरपालिका कर्मचारी उपस्थित थे।

लोगों में दिखाई दिया खौफ

पुलिस और नगर पालिका प्रशासन के इस औचक निरीक्षण और कार्रवाई से मास्क नहीं लगाने के कारण दूल्हा और दुल्हन के रिश्तेदारों में खौफ दिखाई दिया। कोरोना के कारण पिछले साल शादी समारोहों पर पाबंदी लगी थी। इस साल शानदार बारिश के कारण नगर वासियों के चेहरे खिले हुए हैं। फरवरी में कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ने के कारण ज़िला प्रशासन ने शादी और अन्य समारोहों में 50 व्यक्तियों को अनुमति दी है। इसके बावजूद भीड़ थमने का नाम नहीं ले रही है। इसके खिलाफ प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करने के संकेत रविवार को दिए।  इसके चलते विवाह समारोह आयोजित करने वाले परिवारों में भ्रम की स्थिति बन गई है। भोजन, बैंड और अन्य खर्चों का अग्रिम भुगतान पहले ही किया जा चुका है। इसके कारण विवाह समारोह आयोजित करने वाले इस कार्रवाई से परेशान हो गए हैं।