योग्यता के अनुसार मिलेगी पदोन्नति

  • आंगनबाड़ी सेविका और सहायकों को यशोमति ठाकुर का आश्वासन

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जलगांव. महाराष्ट्र की महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी काल के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायकों ने अच्छा काम किया है. इसी काम की दखल लेकर कोरोना योद्धा आंगनबाड़ी सेविकाएं  सहायिकाओं को उनकी योग्यता के अनुसार पदोन्नति दी जाएगी. जिला परिषद हॉल में ठाकुर की अध्यक्षता में महिला और बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी थी. इस समय ठाकुर ने उक्त घोषणा की. 

जिला परिषद में हुई बैठक के दौरान जिला परिषद अध्यक्षा रंजनताई पाटिल, विधायक शिरीष चौधरी, विधायक लताताई सोनवणे, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. बी. एन. पाटिल, महिला और बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष ज्योतिताई पाटिल, जिला परिषद गुटनेता प्रभाकर सोनवणे, संभागीय उपायुक्त चंद्रकांत पगारे, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी कमलाकर रणदिवे भी उपस्थिति थी. 

प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्राम बाल संरक्षण समितियों का गठन आवश्यक 

मंत्री यशोमति ठाकुर ने आगे कहा कि बच्चों की सुरक्षा के लिए जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्राम बाल संरक्षण समितियों का गठन करना आवश्यक है. साथ ही ग्राम बाल संरक्षण केंद्र स्थापित किया जाए. प्रत्येक गांव में अच्छी तरह से सुसज्जित आंगनवाड़ियों का निर्माण करने के लिए, जिला परिषद उपकर और जिला वार्षिक योजना के धन से आंगनवाड़ियों का निर्माण किया जाना चाहिए. बच्चों के लिए स्वच्छ पेयजल और शौचालय की सुविधा भी होनी चाहिए. कोरोना अवधि के दौरान सरकार के  ‘मेरा परिवार-मेरी जिम्मेदारी’ मुहिम में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसलिए उनके मानदेय का भुगतान समय पर किया जाएगा. जिले में महिलाओं और बच्चों के विकास और संरक्षण के लिए हर जिले में एक महिला और बाल विकास भवन स्थापित किया जाएगा. इसके लिए तुरंत स्थान उपलब्ध कराया जाना चाहिए.

उन्होंने यह भी कहा कि जिला वार्षिक योजना से 3% धनराशि प्रदान करने के लिए एक निर्णय लिया जाएगा. इसी के साथ ठाकुर ने विभाग को प्राप्त निधि का उचित तरीके से उपयोग करने का भी निर्देश दिया. जिले में अधिक से अधिक आंगनवाड़ियों को आईएसओ प्रमाणित किया जाए और स्मार्ट आंगनवाड़ियों की संख्या बढ़ाई जाए. उन्होंने संबंधित विभाग को महिलाओं की सुरक्षा और परामर्श को प्राथमिकता देने का भी निर्देश दिया. 

इस अवसर पर मंत्री ठाकुर ने महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, कुंवारी माताओं का अनुपात, लड़कियों का अनुपात, पीसीपीएनडीसी अधिनियम, पूरक पोषण योजना, कुपोषित बच्चों का अनुपात, मेरी बेटी भाग्यश्री योजना, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को एकमुश्त लाभ के मामले, आंगनवाड़ी भवन निर्माण की स्थिति, भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम अमृत आहार योजना आदि का ब्योरा लिया. 

‘मेरी कन्या भाग्यश्री योजना’ के लाभार्थियों को चेक वितरित

बैठक में जिला परिषद की महिला और बाल विकास अधिकारी आर.आर. तडवी, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी विजय सिंह परदेशी ने विभाग से हुए कार्य का ब्यौरा रखा. इस अवसर पर मंत्री ठाकुर ने बेटियों को शिक्षित करो अभियान के तहत बनाई गई ‘डिजिटल डॉल’ का उद्घाटन किया. साथ ही ‘मेरी कन्या भाग्यश्री योजना’ के लाभधारकों, अनाथों को प्रमाण पत्र और उन महिलाओं को मदद करने के लिए चेक वितरित किए.

महिला आर्थिक विकास महामंडल की ओरसे बचत गुटों को आर्थिक सहायता के चेक भी मंत्री ठाकुर के हाथों वितरित किये गयें. जलगांव जिले में, चार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मृत्यु कोरोना के कारण हुई है यह मृतकों को यहां श्रद्धांजलि दी गई.इस कार्यक्रम में जिला परिषद के साथ-साथ महिला और बाल विकास विभाग के अधिकारी, कर्मचारी और लाभधारकों के परिवार के लोग शामिल थे.