- व्यापारियों की लापरवाही से खड़ी हुई समस्या
- प्रशासन के सामने कोरोना की कड़ी चुनौती
भुसावल. भुसावल तहसील में कोरोना रोगियों की संख्या दो हजार से भी अधिक पार कर गई है. तहसील प्रशासन को कोरोना नियंत्रण की चुनौती बनी हुई है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए व्यापारियों ने स्वेच्छा से सप्ताह के मंगलवार और शनिवार को जनता कर्फ्यू का लगाए जाने का फैसला किया था, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से व्यापारियों ने अपनी दुकानों को फिर से खोल दिया था.
शहर के व्यापारियों के संगठन ने फिर से लॉक डाउन की मांग की. लेकिन लॉक डाउन जनता कर्फ्यू को शहर के कुछ व्यापारियों का मिला जुला असर देखने को मिला. शहर के कई हिस्सों में विभिन्न व्यापारियों की दुकानें खुली थीं और ठेले विक्रेताओं को सड़कों पर पार्क करते देखा गया था. भुसावल शहर और तालुका में रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. जिला प्रशासन के अनुसार भुसावल तालुका में 13 सितम्बर तक कुल 2262 लोग संक्रमित हुए हैं. जिनमें से 102 मरीजों की मौत हो गई है.
अपील को मिला-जुला प्रतिसाद
नगर के मुख्य बाजार नृसिंह मंदिर मार्ग, अप्सरा चौक, सराफ बाज़ार, मरीमाता मंदिर परिसर, लक्ष्मी चौक, मॉडर्न सड़क, स्टेशन रोड, तापी रोड, जामनेर रोड आदि दुकानें जनता कर्फ़्यू में बंद थी. लेकिन बाजारों में अपील को मिला-जुला प्रतिसाद मिला. हॉकर्स की दुकानें अभी भी सड़क के किनारे लगी थीं.
एकजुटता का अभाव
शहर के शनिवार बाजार में जनता कर्फ़्यू के बीच उपभोक्ता गतिविधियों में तेजी देखी गई. कोरोना नियंत्रण को लेकर मंगलवार और शनिवार को शहर में 100 प्रतिशत अनुपालन होने की उम्मीद है. एक तरह से जनता कर्फ्यू व्यापारियों की एकजुटता नहीं होने के कारण उलझ कर रह गया है.