Indian Railway Schedule
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जलगांव. कोरोना वायरस के प्रकोप से व्यापार और उद्योग की अर्थ व्यवस्था चौपट हो गई है. परिवहन बस सेवा भी प्रभावित हुई है. लेकिन कोरोना वायरस से रेल यात्रियों को अधिक सुविधाजनक और आरामदायक यात्रा का अनुभव हो रहा है. इससे पहले आरक्षित डिब्बों में भी यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था किंतु कोरोना वायरस रेल यात्रियों के लिए वरदान साबित हुआ है.

टिकट कंफर्म होने पर ही डिब्बे में प्रवेश

कोरोना काल में रेल यात्रा अधिक सुविधाजनक हुई है. इससे पहले सामान्य दर्जे के साथ ही स्लीपर- क्लास या एसी क्लास का टिकट वेटिंग में होने पर लोग बोगियों में चढ़ जाते थे और दरवाजों तक भीड़ रहती थी. मगर कोरोना के मौजूदा दौर में रेलवे ने कुछ प्रतिबंधों और सख्त नियमों के साथ ट्रेनों का संचालन शुरू किया है. इसके चलते अब उन्हीं यात्रियों को ट्रेनों में चढ़ने दिया जा रहा है जिनकी सीटें कन्फर्म हों. अनलॉक के बाद अब धीरे-धीरे सामान्य जनजीवन पटरी पर आने लगा है, तो रेलवे की आय भी पटरी पर आने की उम्मीदें स्थानीय प्रशासन लगा रहा है.

भुसावल रेलवे की आय में 43 फीसदी वृद्धि

कोरोना संकट के शुरुआती दौर में यात्री सेवा बंद करने के कुछ अंतराल बाद कुछ विशेष ट्रेनों की शुरुआत रेलवे ने की थी. उसके बाद अनलॉक प्रक्रिया के दौरान 2 सितंबर से रेलवे ने अंतर्राज्यीय यात्री सेवा शुरू की. इसके सुखद परिणाम दिखाई देने लगे हैं.

भुसावल रेलवे की आमदनी में बुधवार तक बीते इक्कीस दिनों में लगभग तिरालिस फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इन तीन सप्ताहों में लगभग ग्यारह हजार चार सौ यात्रियों ने टिकट बुक कराए और उनसे रेलवे को करीब 31 लाख 20 हजार रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है. मध्य रेलवे के प्रमुख स्टेशन भुसावल से इस समय करीब पचास अप-डाउन ट्रेनें दौड़ रही हैं. कोरोना काल में अनलॉक शुरू होने के साथ धीरे-धीरे यात्री ट्रेनों की संख्या वढ़ाई गई. कुछ विशेष ट्रेनों की शुरुआत रेलवे ने की थी. उसके बाद अनलॉक प्रक्रिया के दौरान 2 सितंबर से रेलवे ने अंतर्राज्यीय यात्री सेवा शुरू की. इसके सुखद परिणाम दिखाई देने लगे हैं.

अप-डाउन की 50 ट्रेनें दे रहीं सेवा

मध्य रेलवे के प्रमुख स्टेशन भुसावल से इस समय करीब पचास अप-डाउन ट्रेनें दौड़ रही हैं. कोरोना काल में अनलॉक शुरू होने के साथ धीरे-धीरे यात्री ट्रेनों की संख्या में  इजाफा किया जा रहा है.इसके अलावा भुसावल स्टेशन से 6 क्लोन ट्रेनों को भी शुरू किया गया है.विभाग से कुछ साप्ताहिक ट्रेनों को भी बढ़ोतरी की गई है.

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भुसावल मंडल से राज्य के भीतर और बाहरी शहरों के लिए सितंबर माह के शुरुआती दौर में लगभग 5000 टिकट बुक कराए गए हैं. इस बीच रेलवे को 14 लाख 86 हजार की आमदनी हुई थी. इसके बाद, 1 से 21 सितंबर के दौरान प्रवासियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई. इन दस दिनों में रेलवे ने 15.99 लाख रुपए टिकट आरक्षण से कमाए. बताया गया कि गत दो सितंबर से रेलवे की आमदनी में लगभग तिरालिस फीसदी की वृद्धि हुई. सिर्फ आरक्षित सीटों पर यात्रा की अनुमति देने के कारण रेल यात्रा पहले की बनिस्बत अधिक सुविधाजनक आरामदायक हो गई है.