धुलिया. सामाजिक कार्यकर्ता के सहयोग से क्राइम ब्रांच पुलिस (Crime Branch Police) ने रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की कालाबाजारी (Black Marketing) करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने 3 बदमाशों से इंजेक्शन समेत चालीस हजार रुपए का इंजेक्शन जब्त किया है। इसकी जानकारी क्राइम ब्रांच पुलिस ने दी है। कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में रेमडेसिविर इंजेक्शन मरीजों के लिए आवश्यक है। कुछ लोग इस इंजेक्शन की ब्लैक मार्केटिंग कर रहे हैं।
प्रशासन को शिकायत मिली थी कि कुछ लोग ब्लैक मार्केट में रेमडेसिविर इंजेक्शन बेच रहे हैं। जिला कलेक्टर संजय यादव, पुलिस अधीक्षक चिन्मय पंडित की टीम ने एक फर्जी ग्राहक को इंजेक्शन खरीदने के लिए भेजा तो संदिग्ध कृष्णा भीकन पाटिल 22, निवासी वन कॉलोनी, नागावबारी, देवपुर, ने फर्जी पुलिस के ग्राहक को 16000 में रेमडेसिविर का इंजेक्शन बिक्री की उसी वक्त पुलिस ने छापेमारी कर उसके पास से रेमडेसिविर इंजेक्शन, नकदी और मोबाइल फोन सहित कुल 38,899 रुपए जब्त किए। जांच में पाटील के दो साथियों का पता चला। इस पर पुलिस ने सागर विलास भदाने 26 फारेस्ट कॉलोनी, नागवबरी देवपुर और चिल्लेश कैलास भामरे यशवंत नगर साक्री रोड को गिरफ्तार किया। इस मामले में विभिन्न धाराओं के तहत देवपुर पुलिस के पास एक मामला दर्ज किया गया है।
इन्होंने की कार्रवाई
इस कार्रवाई को एलसीबी निरीक्षक शिवाजी बुधवंत के निर्देशन में खाद्य एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त संतोष कृष्ण कांबले, महेश विनायकराव देशपांडे, एपीआई बोरसे, पीएसआई सुशांत वलवी, संदीप थोरात, प्रकाश सोनार, योगेश जगताप, जाधव, संजय सुरसे, कैलास महाजन, मनोज पाटील व सामाजिक कार्यकर्ता सचिन शेवतकर के सहयोग से अंजाम दिया है।