जेल में बंद आरोपी की संदिग्ध मौत

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  •  जेलर पर हत्या का आरोप
  • जेलर पर एफआईआर दर्ज कराने पर अड़ा परिवार

 जलगांव. जिला कारागार में मजिस्ट्रेट कस्टडी के आरोपी की शुक्रवार की शाम को संदिग्ध मौत से परिजनों ने शनिवार की दोपहर पोस्टमार्टम रूम के सामने जेलर पर सदोष मनुष्य हत्या का मामला दर्ज कराए जाने की मांग को लेकर आक्रोश व्यक्त किया. पुलिस प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए दंगा काबू दल और अतिरिक्त पुलिस बल जिला अस्पताल में तैनात किया है. आखिर में न्यायाधीश की उपस्थिति में इन कैमरा पोस्टमार्टम कराने पर परिजन राजी हुए.

जिला अस्पताल में आक्रोश व्यक्त करते हुए मृतक न्यायालयीन बंदी रविंद्र उर्फ चिन्या की पत्नी ने कहा कि उसका पति तंदुरुस्त और स्वस्थ था. अचानक उसकी मौत हो गई. जिसकी जानकारी परिवार को काफी देर से दी गई. रविंद्र की मौत कैसे हुई. जेलर पर हत्या का मामला दर्ज किया जाए, इस मांग को लेकर मृतक के परिजनों ने जिला अस्पताल में आंदोलन शुरू कर दिया. जब तक जिला प्रशासन रविंद्र के हत्या के आरोप में जेलर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज नहीं होगा, तब तक परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए नहीं लेंगे. इससे प्रशासन की सांसें फूल गईं.

अस्पताल में तैनात किया गया पुलिस बल

आनन-फानन में अतिरिक्त पुलिस बल जिला अस्पताल में तैनात किया गया. परिजनों से चर्चा करने के बाद इस मामले पर बात तय हुई कि मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में रविंद्र का इन कैमरा पोस्टमार्टम कराया जाएगा. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के आने के बाद संबंधित व्यक्ति के खिलाफ अगर कोई सबूत पाए गए तो मामला दर्ज किया जाएगा. इस आश्वासन पर मृतक के परिवार ने आंदोलन स्थगित किया है. जेलर पर हत्या का मामला दर्ज कराने की मांग को लेकर मृतक की पत्नी मीनाबाई ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है.

 जज की मौजूदगी में  इन-कैमरा शव परीक्षण

जिला अस्पताल में न्यायाधीश की उपस्थिति में इन कैमरा 100 परीक्षण कराया गया. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार की देर शाम को रविंद्र का पोस्टमार्टम कराने के लिए जिला अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया. इस दौरान परिजनों ने देखा कि रविंद्र की शव पर कपड़े फटे हुए थे. इसी तरह शरीर पर मारपीट के निशान थे. जिसे देखकर मृतक के पुत्र ने मारपीट के कारण उसके पिता की मौत होने का संदेह व्यक्त किया. इस बात को लेकर परिजनों ने जिला अस्पताल में आंदोलन किया और जेलर पर हत्या का मामला दर्ज कराने की मांग को लेकर आंदोलन किया था.