fake liquor
प्रतीकात्मक तस्वीर

  • आबकारी विभाग और पुलिस की उदासीनता से शहरवासी चिंतित

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धुलिया. कई लोगों की जान लेने वाली नकली शराब (fake liquor) का धंधा जिले में अधिकारियों के आशीर्वाद से खूब पनप रहा है। रेत तस्करी के बाद नकली शराब तस्करी (Liquor smuggling) के धंधे से कई होटल व्यवसायी जमकर पैसा कमा रहे हैं, जिसकी ओर पुलिस और आबकारी विभाग (Excise Department) उदासीन बना हुआ है। उन्ही के आशीर्वाद से ज़िले में नकली शराब का कारोबार फलफूल रहा है। प्रशासन अच्छी तरह से जानता है कि नकली शराब बनाने की सामग्री कहां से आ रही है और इसके पीछे किसका आशीर्वाद है। नकली शराब बनवाने के लिए भारी मात्रा में स्प्रिट कहां से आ रहा है, इसकी तह तक जांच ही नहीं की जा रही है।

जिला आबकारी विभाग, पुलिस द्वारा सरकारी स्तर पर आवश्यक ‘रिकॉर्ड’ के लिए नकली शराब के मामले में कार्रवाई की जाती है। सामग्री को जब्त करने और संदिग्धों को गिरफ्तार करने के में ही यह यंत्रणा अपनी पीठ थपथपा रही है। हजारों लोगों की जानें लेने वाली नकली शराब का धंधा गहन जांच के बाद और कड़ी कार्रवाई के साथ बंद नहीं किया जा रहा है। गहराई से जांच ना होने से दो चार संदिग्धों के अलावा पुलिस इस धंधे को चलाकर लोगों की जान से खेलने वाले असली आरोपियों तक नहीं पहुंच रही है। इसका फायदा अवैध धंधा चलाने वाले उठा रहे हैं। 

सभी चार तहसीलों में नकली शराब के कारखाने

धुलिया शहर सहित सभी चार तहसीलों में नकली शराब के कारखाने उग आए हैं। यह बात पुलिस की कार्रवाई के माध्यम से समय-समय पर सामने भी आयी है। आबकारी विभाग खाली बोतलें, लेबल, बट्स, सील, स्प्रिट आदि जब्त करने में लगा रहता है। धुलियावासियों ने कभी नहीं सुना कि ऐसी सामग्री कहां से आती है? कैसे लेन-देन की जाती है? कैसे खुलेआम नकली शराब बनाने की हिम्मत यह लोग करते हैं। नकली शराब खरीदने और बेचने में कौन से पेशेवर लोग हैं?कौन सी होटलों में यह नकली शराब परोसी जाती है? ऐसी जांच तह तक होती ही नहीं, नतीजतन जिला अपने नकली शराब उद्योग के लिए कुख्यात हो रहा है।

अन्य राज्यों से हो रही स्प्रिट की तस्करी

नकली शराब के निर्माण में स्प्रिट का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। मध्य प्रदेश, झारखंड से यह स्प्रिट धुलिया लाया जाता है। जिले के गैर-पेशेवर तस्करी में शामिल है।स्प्रिट सप्लाई करनेवालें टैंकर ड्राइवर को लालच देकर तस्करी को अंजाम दिया जाता है। शिरपुर तहसील में नकली शराब के उत्पादन की लहर उठी है यह बात तब उजाले में आयी जब स्प्रिट से भरा टैंकर पलट गया था। ऐसा नहीं है कि आबकारी विभाग, पुलिस व्यवस्था को इन मामलों की जानकारी नहीं है। हालांकि, ठोस कार्रवाई और पूरी तरह से जांच की कमी के कारण, जिले में नकली शराब और स्प्रिट का खुला अवैध व्यापार बढ़ गया है।  इस बहती गंगा में कई लोग हाथ धो रहे हैं। जबकि यह जिला नकली शराब के उत्पादन के केंद्र के रूप में एक नई पहचान बना रहा है। इस बात को लेकर  धुलिया वासी चिंतित हैं। 

-वाहिद काकर