हर घर पहुंच रही है त्रि-आयामी राष्ट्रीय सेवा योजना

  • विश्वविद्यालय में ' मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी ’अभियान

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जलगांव. कवित्री बहिनाबाई विश्वविद्यालय में मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी अभियान के तहत जन जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया. प्रमुख अतिथियों ने कोरोना वायरस के डर को निकालने के लिए व्यापक पैमाने पर जन जागरूकता पर विचार प्रकट किए. कोटेचा महिला महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग और कवियित्री बहिनाबाई चौधरी उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग ने ‘मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी ‘ अभियान का उद्घाटन किया और जागरूकता अभियान कार्यशाला का आयोजन किया. इस समय कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पी.पी. माहुलिकर ने की.

राष्ट्रीय सेवा योजना का महत्वपूर्ण योगदान

 कार्यशाला के उद्घाटन के दौरान डॉ. दीपक म्हैसेकर ने विचार रखे. उन्होंने  कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना ने  कोरोना काल में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. सरकार समय-समय पर समाज को नियमों को संप्रेषित करने के लिए किए गए कार्य की तरह, मेरा परिवार और मेरी जिम्मेदारी पूरे महाराष्ट्र में जागरूकता और सर्वेक्षण के माध्यम से समाज को महत्वपूर्ण अवधारणा बता रही है.

माई फैमिली, माई रिस्पॉन्सिबिलिटी” का उद्घाटन

कवि बहिनाबाई चौधरी उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय जलगांव सेवा योजना विभाग का कार्य भी उल्लेखनीय है. यह विचार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सलाहकार डॉ. दीपक म्हैसेकर ने विश्वविद्यालय स्तर की कार्यशाला “माई फैमिली, माई रिस्पॉन्सिबिलिटी” का उद्घाटन करते हुए कहा है.

योजना पर डाला प्रकाश

कार्यक्रम की शुरुआत में विश्वविद्यालय स्तर पर मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी अभियान समन्वयक डॉ.अनिल बारी, सरकार की ओर से राज्य संपर्क अधिकारी प्राचार्य डॉ. अतुल सालुंके ने “मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी” योजना का महत्व समझाया और कहा कि तीन-आयामी राष्ट्रीय सेवा योजना हर घर तक पहुंच रही है. इसी समय, यह देखते हुए कि महाराष्ट्र के सभी विश्वविद्यालयों में राष्ट्रीय सेवा योजना को लागू करने में उल्लेखनीय काम किया है, उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय ने नंदुरबार जैसे जिले में प्रौद्योगिकी समस्या के बावजूद विभिन्न योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया है.

कोरोना का भय दूर करने का प्रयास

कौस्तुभ सोडानी ने  बहुत ही सरल तरीके से कोरोना का भय, गलतफहमी, सतर्कता, मानसिक भय का समाधान व्यक्त किया. परिवार और समाज को उदासीन नहीं होने की सलाह दी. मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी है. इस अभियान के अवसर पर आयोजित कार्यशाला का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति पी.पी. पाटिल, पुणे गोवा मंडल के निदेशक कार्तिकेयन, सरस्वती शिक्षा प्रसार मंडल के अध्यक्ष पद्मा कोटेचा, सोसायटी के सचिव संजय सुराणा ने बधाई संदेश दिया.

डा. कदम ने किया संचालन

कार्यशाला का संचालन नंदुरबार के जिला समन्वयक डॉ.माधव कदम और धन्यवाद कार्यशाला के समन्वयक और कार्यक्रम अधिकारी डॉ. शुभांगी राठी ने माना. अतिथियों का परिचय इस अभियान के समन्वयक डॉ. शांत कासबे द्वारा किया गया. इस समय, कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. मंगला साबद्रा, छात्र कल्याण अधिकारी मीना चौधरी के उप प्राचार्य, कॉलेज के संकाय, धुलिया, जलगांव जिला समन्वयक और सभी मंडल समन्वयक, कार्यक्रम अधिकारी, छात्र स्वयंसेवक उपस्थित थे.

“मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी” योजना से लोगों को बहुत ही लाभ हो रहा है. लोगों के घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जा रहा है. इस अभियान से कोरोना को हराने में मदद मिल रही है.

-डॉ. अतुल सालुंके