खानदेश में फूंका येदुरप्पा का पुतला

Loading

  • शिवसेना-कांग्रेस ने कर्नाटक सरकार पर बोला हमला

जलगांव. कर्नाटक के बेलगांव में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को अपमानजनक तरीके से हटाया गया. इस पर विवाद बढ़ता जा रहा है और बीजेपी की चुप्पी पर सवाल खड़े हो रहे हैं. महाराष्ट्र में शिवाजी के नाम की मदद से सरकार चला चुकी भारतीय जनता पार्टी की ओर से कर्नाटक  में बीजीपी सरकार द्वारा किये गये इस निंदनीय काम पर एक भी शब्द नहीं बोला गया है.

 मूर्ति हटाए जाने के खिलाफ शिवसेना के लोगों ने जलगांव में महानगर पालिका के सामने कर्नाटक सरकार के खिलाफ आंदोलन कर मुख्यमंत्री येदुरप्पा की सरकार का प्रतीकात्मक दहन किया. संपन्न खानदेश में विभिन्न स्थानों पर शिवसैनिकों द्वारा अब कर्नाटक राज्य की येदुरप्पा सरकार पर हमला बोला जा रहा है.

शिवसेना व कांग्रेस कर रही विरोध

रविवार को कांग्रेस और शिवसेना कार्यकर्ता कर्नाटक की भाजपा सरकार के फैसले की निंदा करने हुए सड़कों पर उतर आए. संपूर्ण खानदेश में भाजपा के इस फैसले के प्रति शिवसैनिक और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जबरदस्त विरोध की लहर देखी गई.

प्रतिमा हटाने पर बीजेपी की निंदा

जलगांव में महानगर निगम के सामने शिवसैनिकों ने भाजपाई सरकार के मुख्यमंत्री येदुरप्पा की प्रतीकात्मक प्रतिमा का दहन किया है और बीजेपी सरकार को जमकर फटकार लगाई. महाविकास आघाडी के कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के इस फैसले का निषेध व्यक्त करते हुए शिवाजी महाराज की प्रतिमा के सामने कर्नाटक सरकार के फैसले की निंदा की.कहा कि महाराष्ट्र के साथ देश में शिवाजी महाराज के नाम और उनकी अस्मिता के नाम पर भाजपा लोगों से वोट की भीख मांगती है.

शिवाजी का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी महाराष्ट्र की जनता

वहीं संकुचित राजनीति करते हुए महाराष्ट्र के आराध्य देव छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को हटाकर अपमानित करने का काम भाजपा सरकार कर रही है. इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस तरह की चेतावनी जलगांव के शिवसैनिकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दी है.

शिवाजी महाराज राष्ट्र के गौरव : पाटिल

जल आपूर्ति तथा स्वच्छता मंत्री गुलाब राव पाटील ने येदुरप्पा सरकार को कड़े शब्दों में आगाह करते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्र के गौरव हैं और हमारे आराध्य हैं व देश की प्रेरणा के स्रोत हैं. शिवाजी महाराज का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बीजेपी सरकार महापुरुषों का अपमान करने में गर्व का अनुभव करती है.