कोल्हापुर. साथ जीने मरने की कसम को निभाना कोई इनसे सीखें। जिस आंगन में पत्नी (Wife) को अपने साथ लाया था, उसी आंगन से दोनों की अर्थी भी एक साथ उठी। दिल को छू लेनेवाली यह घटना कोल्हापुर जिले (Kolhapur District) के आजरा (Ajra) की है। लगभग 69 वर्ष तक साथ देनेवाली पत्नी की मौत के वियोग में पति (Husband) ने भी कुछ ही क्षण में अपने प्राण त्याग (Death) दिए। जिसने भी यह नजारा देखा उनकी आंखें नम हो गई। तानूबाई मडिलगे (87) और दत्तू मडलिगे (95) मृत पत्नी- पति के नाम हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, दत्तू मडलिगे को दिखता नहीं था, वे पूरी तरह से पत्नी तानूबाई और बहू पर निर्भर थे। 15 दिन पहले किसी रिश्तेदार की मौत से तानूबाई को बहुत दुख हुआ। इसलिए उन्हे ब्लड प्रेशर की परेशानी शुरू हो गई। मुंबई से आए बेटे ने तानूबाई को इलाज के लिए कोल्हापुर के छात्रपति प्रमिलाराजे अस्पताल में भर्ती कराया।
पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराए जाने की जानकारी जैसे ही दत्तू को मिली वैसे ही उन्होने खाना पीना छोड़ दिया। इलाज के दौरान तानूबाई की मौत हो गई। पत्नी की मौत का दुख सहन न कर पाने के कारण घंटे भर में ही दत्तू ने भी प्राण त्याग दिए।