-समीर मुजावर
कोल्हापुर: कोल्हापुर चेंबर ऑफ कॉमर्स की आज मंगलवार को हुई बैठक में कोरोना संक्रमण की बढ़ती शृखंला को तोड़ने के लिए 11 से 16 सितंबर तक कोल्हापुर शहर में जनता कर्फ्यू जारी करने का निर्णय लिया गया.बैठक के अध्यक्ष चेम्बर के अध्यक्ष संजय शेटे थे. बैठक की शुरुआत में रेडीमेड गारमेंट व्यवसाईयोंने जनता कर्फ्यू के निर्णय का विरोध किया.और बैठक से वॉकआउट किया.
आखिरकार व्यापारीयों से हुई चर्चा के अनुसार कोल्हापुर चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संजय शेटेने कोल्हापुर में 11 सितंबर से 16 सितंबर तक जनता कर्फ्यू जारी करने का निर्णय घोषित किया. इस जनता कर्फ्यू में औद्योगिक क्षेत्र के सभी उद्योग एवं मेडिकल स्टोर और अत्यावश्यक सुविधाओं के सभी व्यवहार शुरू रहेंगे ऐसा भी उन्होंने बताया.
दूध वितरण एवं बैंकों के व्यवहारों को भी जनता कर्फ्यू से छूट दी गई है.वहीं भाजी तरकारी एवं किराना स्टोर्स जैसे सभी व्यवहार भी बंद रखने का निर्णय भी इस बैठक में लिया गया. कोरोना विषाणू का संक्रमण कोल्हापुर शहर और जिले में जोरों से फैला हुआ है. रोजाना तकरीबन 700 से 800 मरीज पाए जा रहे हैं. वहीं कुल 30 से 35 लोगों की मौतें हो रही हैं. इसलिए कोल्हापुर जिले के 8 से 9 तहसीलों में जनता कर्फ्यू जारी करने का निर्णय स्थानीय रूप से लिया गया है. इसी पार्श्वभूमीपर कोल्हापुर शहर में भी कोल्हापुर चेंबर ऑफ कॉमर्स के नेतृत्व में आज हुई बैठक में शहर में जनता कर्फ्यू जारी करने का निर्णय लिया गया.
कोरोना विषाणू की श्रृंखला को तोड़ने के लिए जनता कर्फ्यू जरूरी है, ऐसी अपील चेंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष आनंद माने ने की, इसपर विरोध जताते हुए रेडीमेड कपड़ों के व्यापारियों ने संतप्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा, कि प्रशासन अपनी असफलता को छुपाने के लिए लॉकडाउन जैसे निर्णय नागरिकों के माथे मार रही है.जनता कर्फ्यू की कोई जरूरत नहीं, पहले से हालात काफी खराब हैं और अब यह जनता कर्फ्यू ?
इस प्रकार का विरोध जताते हुए रेडीमेड कपड़ा व्यापारी बैठक से वॉक आउट करके चले गए.लेकिन अन्य व्यापारियों के साथ हुई चर्चा के अनुसार कोल्हापुर चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संजय शेट्टी ने शुक्रवार 11 से 16 सितंबर तक कोल्हापुर शहर में अत्यावश्यक और जरूरी व्यवहारों को ढील देते हुए अन्य व्यवहार बंद रखने के और जनता कर्फ्यू में शामिल होने की अपील की.वही कुछ व्यापारियोंने मेडिकल स्टोर्स में कोल्डड्रिंक्स और आइसक्रीम के बिक्री पर रोक लगाने की मांग की.
आखिरकार 11 से 16 सितंबर तक कोल्हापुर शहर में कोरोना की बढ़ती शृखंला को तोड़ने के लिए जनता कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया.इस फैसले पर कुछ नागरिकों ने अपनी नाराजगीभी जताई.