दुल्हा-दुल्हन के लिए बनाया चांदी का मास्क

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कोल्हापुर. विगत डेढ़ महीने से कोई काम नहीं होने से ज्वेलरी की दुकान भी बंद है, फिर घर में बैठकर  कोल्हापुर के एक सर्राफा व्यापारी ने व्यापार को नया मोड़ देने के लिए चांदी का मास्क बनाया और इस प्रकार के मास्क केवल शादियों में वधु और वर के चेहरों पर लगाकर उनके लम्हों को यादगार बनाने की कोशिश की है. कोल्हापुर जिले में इस चांदी के मास्क की चर्चा जोरों पर है.

अब लॉकडाउन के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए की जा रही शादियों में वधु और वर के चेहरों पर इन चांदी के बने मास्क देखकर कोरोना के खिलाफ लड़ने में समाज का प्रबोधन भी किया जा सकता है. इसलिए चांदी के 50 ग्राम के बने हल्के मास्क की डिमांड भी बढ़ने लगी है. ऐसा सर्राफ व्यापारी संदीप सांगावकर ने नवभारत संवाददाता को बताया.

कोरोना को अपने से दूर रखना है तो हैंडवॉश और चेहरे पर मास्क लगाना अनिवार्य बन चुका है. यह बात जिसने जानी उसका स्वास्थ्य ठीक रहेगा. राज्य सरकार, जिला प्रशासन यही बात बार-बार बताकर प्रबोधन करने में लगी हुई है. कोरोना के कहर से डेढ़ माह से पूरा देश लॉकडाउन के कारण ठप हो गया है. सभी व्यवहार थम गये है, लेकिन कोरोना को हराने के लिए आगे से हमेशा मास्क की अनिवार्यता को ध्यान में रखते हुए कोल्हापुर के सर्राफ संदीप सांगावकर ने सुंदर नक्काशीवाले और शादियों में वधु और वर के लिए 50 ग्राम चांदी के लाइटवेट मास्क का निर्माण किया है. सर्राफा संदीप का कहना है कि चांदी से बने मास्क दैनंदिन जीवन में आम आदमी नहीं उपयोग में ला सकता, लेकिन अगर किसी यादगार शादी जैसे लम्हों में ऐसे मास्क की फैशन बनी रहेगी.