दुनियाभर में कोरोना वायरस ने अब तक 24 हजार से भी ज्यादा लोगों की जान ली है। साथ ही भारत में कोरोना वायरस से 724 लोग संक्रमित होकर 17 लोगों की मौत हुई है। इस प्रकोप को कम करने के लिए प्रधानमंत्री
दुनियाभर में कोरोना वायरस ने अब तक 24 हजार से भी ज्यादा लोगों की जान ली है। साथ ही भारत में कोरोना वायरस से 724 लोग संक्रमित होकर 17 लोगों की मौत हुई है। इस प्रकोप को कम करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को 21 दिनों तक लॉकडाउन किया। वर्तमान में पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध शुरू हो गया है। लेकिन क्या तेज गर्मी में कोरोना वायरस अपने आप ख़त्म हो जायेगा? इस सवाल पर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है। तो आइए देखते है क्या सच में गर्मी में कोरोना वायरस ख़त्म हो जायेगा?
कैसे फैलता है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस एक लिक्विड ड्रॉपलेट है जो तरल की छोटी-छोटी बूंदों से फैलता है। यदि कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति छींकती या खासती है तो उसके मुंह से कम से कम 3000 छींटे बाहर फेंके जाते है। इस बाहर फेंके गए छींटे में करोड़ों कोरोना वायरस प्रोटीन के आवरण में सुरक्षित रहते है।
अमेरिकन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के एक अध्ययन के अनुसार, वायरस सूक्ष्म बूंदों में कम से कम तीन से चार घंटे तक जीवित रह सकता है। आँखों को न दिखने वाले यह बूंदे कुछ समय के लिए हवा में तैर सकते है।
यदि इनमे से एक बून्द लकड़ी पर गिरती है तो यह वायरस 24 घंटे तक जीवित रह सकता है। प्लास्टिक और स्टेनलेस स्टील पर यह वायरस दो से तीन दिनों तक सक्रिय रह सकता है। अर्थात, कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज मुँह पर हाथ रखकर छींकता है और उसी हाथ से दरवाजा खोला तो इससे दूसरे व्यक्ति को यह वायरस संक्रमित हो सकता है।
वायरस पर तापमान का क्या असर होगा?
कोई भी वायरस 60-70 ° C तक नष्ट नहीं होता। और इतना तापमान गर्मी में भी नहीं होता। साथ ही अपने शरीर में भी इतना तापमान नहीं होता है। कुछ वायरस तापमान बढ़ने से नष्ट हो जाते हैं, लेकिन क्या कोरोना वायरस पर तापमान का असर होता है ? इस बारे में, ब्रिटिश डॉक्टर सारा जार्विस कहती हैं, "हम जानते हैं कि कुछ वायरस मौसम के अनुसार बदलते रहते है। इसके कई कारण हैं। लेकिन जिस बूंद में वायरस है वह बूंद नम हवा में ज्यादा समय के लिए सक्रीय रहती है।
वायरस विशेषज्ञ डॉ परेश देशपांडे बताते है कि , तापमान बढ़ने से वायरस नष्ट होने का समय कम हो सकता है। "अगर कोई तेज गर्मी में छींकता है, तो कोरोना वाले ड्रॉपलेट जल्द सुख जायेंगे और इससे कोरोना का प्रसार कुछ कम हो सकता है।" गर्मी में कोई भी वायरस शरीर के बाहर ज्यादा समय टिक नहीं सकता। लेकिन गर्मी का इस वायरस पर क्या असर होता है यह ज्ञात नहीं हैं।
तापमान के भरोसे मत रहो
कोरोना वायरस पूरी दुनिया में 195 देशों में फैला है। इसलिए भारत की गर्मी का कोरोना वायरस पर असर होगा इसपर भरोसा नहीं कर सकते। इसपर पूरी दुनिया में शोध शुरू हैं।
हार्वर्ड टीएच चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक शोधकर्ता मार्क लिपसिच कहते हैं, "तेज गर्मी आएगी और कोरोना वायरस को नष्ट करेगी इस भरोसे रहकर नहीं चलेगा। हमें सार्वजानिक स्तर पर कठोर कदम उठाने की जरूरत है।"
Here’s my lil chart of the day. Cases vs temperature.
Note:
1. worldwide virus, but top-14 countries contribute 87% of cases.
2. Min-Max temp in top14 countries average 14-4 C.
3. No hot country in top14.
4. India temperatures, way higher: 30-20 C range, and going to get hotter. pic.twitter.com/DXmMjuw3el— Chetan Bhagat (@chetan_bhagat) March 27, 2020
इस सन्दर्भ में मशहूर लेखक चेतन भगत ने एक चार्ट बनाकर ट्वीट किया है। इस चार्ट में चेतन भगत ने "तापमान बनाम कोरोना के मामले ". लेखक चेतन भगत ने अपने ट्विटर पर एक लिस्ट शेयर की है। इस लिस्ट में दुनियाभर के कोविड-19 से संक्रमित लोगो की जानकारी दी है।