मौसम बदलाव के कारण कई बार हमें सर्दी, खांसी व बुखार समस्याएं हो जाती हैं. ऐसे में अपने घर की रसोई में ही इन बीमारियों से बचने के लिए कई औषधियां होती हैं. जिनके बारे में हमें पता भी नहीं होता. तो आइए हम आपको मौसमी बीमारियों, विशेषकर सर्दी, जुकाम व बुखार से बचने के लिए कुछ ऐसे आयुर्वेदिक काढ़ों के बारे में बताते हैं, जिन्हें घरेलू औषधियों को मिलाकर बनाया जाता है.
अदरक और गुड़ का काढ़ा: उबलते पानी मे बारीक पिसी हुई लौंग, इलाइची, कालीमिर्च, गुड़ और अदरक डालकर इन्हें अच्छे से उबलने दें. कुछ देर बाद इसमें तुलसी की कुछ पत्तियां डालें. जब पानी उबलकर आधा हो जाए तो इस छान लें. इसके बाद थोड़ा ठंडा करके काढ़े को पीना चाहिए.
अजवाइन व गुड़ का काढ़ा: एक ग्लास पानी को बर्तन में उबालें. उबलने के बाद इसमें थोड़ा सा गुड़ और एक चम्मच आजवाइन डालें. जब पानी आधा हो जाए तो इसे छानकर पी लें. आजवाइन हमारी पाचन क्रिया को ठीक रखता है.
इलाइची व शहद का काढ़ा: इसे बनाने के लिए एक बर्तन में 2 कप पानी उबालें, थोड़ी देर बाद इसमें 1 चम्मच इलाइची डालकर 10 मिनट तक उबालें, फिर इसके बाद इसमें शहद डालकर सेवन करें. इससे सर्दी में सांस लेने की परेशानी दूर होती है.
दालचीनी का काढ़ा: हर घर में उपयोग होने वाली दालचीनी बड़े काम की औषधि है. दालचीनी का काढ़ा बनाने के लिए, एक ग्लास पानी में आधा चम्मच पिसी हुई दालचीन डालकर धीमी आंच पर 10 मिनट तक उबालें. ठंडा होने के बाद इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर सेवन करें.
काली मिर्च व नींबू का काढ़ा: एक चम्मच काली मिर्च और चार चम्मच नींबू का रस, एक कप पानी में मिलाकर गर्म करें और ठंडा होने पर शहद डालकर इसका सेवन करें. इस काढ़े से सर्दी-जुकाम में आराम मिलता है.
-मृणाल पाठक