लाकडाउन में रिश्तों को दें नई ताकत

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देशभर में 21 दिनों के लाकडाउन के बाद एक बार फिर 3 मई तक लाकडाउन का ऐलान हो गया है. घर के बाहर निकलने कोरोना के दिन प्रति दिन बढ़ते आंकड़े भयभीत कर रहे हैं, टीवी में समाचारों की ब्रेकिंग न्यूज मन में डर पैदा कर रही है, ऐसे में जरूरी है कि हम परिवार में ही सकारात्मक माहौल बना कर लाकडाउन के बंद को उपयोगी बना सकते हैं. ऐसे में जब लोग घरों में ही सिमटें हों, सरकार भी कह रही हो घर में ही रहें, तब इस अवसर का लाभ अपने घर के रिश्तों को और ऊर्जावान बनाने के लिए किया जा सकता है. 

नाते रिश्तेदारों की लें सुध

चारों और कोरोना के फैले सन्नाटे में सकारात्मक सोच परिजनों के रिश्तों की कड़ी मजबूत कर सकती है. ध्यान रहे सिर्फ सड़कों पर जाना बंद हुआ है, दुनिया घरों में बंधनमुक्त है और प्रेम भी बंधनमुक्त है. काम की आपाधापी में यह ऐसा समय है जब समय की कमी से रिश्तों की धूल छाँटी जा सकती है. लाकडाउन खुलेगा और व्यक्ति दौड़ पढ़ेगा फिर पहले से भी चार गुना ज्यादा अधिक रफ़्तार से. लोगों को इतना तेज रफ़्तार से दौड़ना होगा कि जो छूट गया है वह पटरी पर आ सके. इसलिए अभी वक्त है कि हम लाकडाउन में मन के अन्दर ही दबे सपनों नई उड़ान दें. इस दौरान घर व परिवार के सदस्यों से बातें करें, बच्चों को भरपूर समय दें उनकी रुचि के खेल में शामिल हों. अपने नाते रिश्तेदारों को फोन पर उनके स्वास्थ्य और घर परिवार के हालचाल जानें.