Only these two brothers have the measure of Shri Ram Lalla

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सैकड़ों वर्षों की प्रतीक्षा और कई पीढ़ियों के प्रयासों के बाद 5 अगस्त को प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर की नीव रखी जाएगी। इस कार्यक्रम को महा-उत्सव का रूप देने के लिए ज़ोरशोर से तैयारियां चल रही हैं। श्री राम की नगरी अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया संवारा जा रहा है। ऐसे में श्री रामलला के लिए भी विशेष पोशाकें बनवाई जा रही हैं। परंपरा अनुसार इस बार भी यह दायित्व उसी परिवार को दिया है जो पिछली 4 पीढ़ियों से श्री रामलला के लिए वस्त्र सिलने का काम कर रहा है। आइये आपको उस परिवार से मिलवाते हैं।

अयोध्या के बाड़ी कटिया इलाके में एक 8×6 फीट की दुकान में कई देवी-देवताओं की तस्वीरों के बीच बैठकर रंग-बिरंगे चमकीले परिधान सिलते दो दर्जी भाइयों की जोड़ी से इन दिनों हर कोई बात करना चाहता है। क्योंकि सिर्फ़ श्री शंकर लाल श्रीवास्तव और श्री भगवत प्रसाद पहाड़ी नाम के इन दोनों भाइयों के पास ही प्रभु रामलला के वस्त्रों का सही माप, रंग, डिज़ाइन और फ़ेब्रिक जैसी तमाम जानकारी मौजूद है।

सन् 1985 में पहली बार श्री बाबूलाल जी ने रामलला के वस्त्रों का माप लिया था। तब से आजतक उनकी चार पीढ़ियाँ श्रीरामलला के लिए वस्त्र सिल रही हैं। शंकर लाल और भगवत प्रसाद के पिता स्वर्गीय श्री बाबूलाल श्रीवास्तव राम जन्मभूमि परिसर में अपनी सिलाई मशीन पर भगवान के वस्त्र सिलते थे। लेकिन जन्मभूमि विवाद के कारण बाद में वस्त्रों की सिलाई का काम बाबू टेलर की दुकान में ही होने लगा। अब मंदिर विवाद सुलझने के बाद श्री बाबूलाल के दोनों बेटों को आशा है जल्दी ही उन्हें भी अपने पिता की तरह मंदिर परिसर में बैठकर श्रीरामलला की पोशाकें सिलने का सौभाग्य प्राप्त होगा। भगवान श्री राम के साथ उनके तीनों भाई श्री भरत, श्री लक्ष्मण, श्री शत्रुघ्न और रामभक्त श्री हनुमान के लिए भी नयी पोशाकें तैयार की जा रही हैं।

बाकी जनसमुदाय की तरह यह परिवार भी श्री राम मंदिर शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर खासा उत्साहित है। टेलर भगवत प्रसाद का कहना है कि प्रधानमंत्री के अयोध्या आने से उनका परिवार बहुत खुश है। आखिर एक लंबे इन्तजार के बाद यह शुभ घड़ी आई है। उनका कहना है कि राम मंदिर के लिए संघर्ष तब शुरू हुआ था जब उनका जन्म भी नहीं हुआ था।

हालांकि कुछ साल पहले श्री रामलला के बारे में एक खबर वायरल हुई थी। उस खबर के अनुसार यह दावा किया गया था कि अयोध्या का एक मुस्लिम परिवार कई सालों से भगवान श्री राम के वस्त्र तैयार कर रहा है। लेकिन बाद में पड़ताल की के दौरान यह खबर झूठी निकली।

-रितु शर्मा