मानसून में बेहद खूबसूरत नजर आने वाले वॉटरफॉल्स

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भारत में सुंदरता की कोई कमी नहीं है. भारत में ऐसे कई शहर हैं जो अपनी सुंदरता के लिए मशहूर हैं. वहीं कई ऐसे वॉटरफॉल्स भी हैं जो अपनी खूबसूरती से आपको मंत्र मुग्ध कर देंगे. ऊंचाई से गिरते हुए पानी को नीचे खड़े होकर देखना, उसकी आवाज सुनना एक बेहद खूबसूरत एहसास दिलाता है. तो आइए आज आपको बताते हैं, कुछ ऐसे वॉटरफॉल्स के बारे में, जिन्हें मानसून सीजन में देखने जरूर जाना चाहिए.

होगेनक्कल फॉल्स, तमिलनाडु:
मानसून में होगेनक्कल झरना बेहद ही खूबसूरत दिखता है. इसकी खूबसूरती को देखने बहुत से लोग आते हैं. यह झरना तमिलनाडु और कर्नाटक के बॉर्डर पर स्थित है, जो कि बेंगलुरु से 150 किलोमीटर की दूरी पर है. इस झरने की खासियत यह है, कि इसमें लोकल लोगों द्वारा छोटी-छोटी नाव चलाई जाती है. लोगों द्वारा ऐसा भी माना जाता है कि, झरने के पानी में औषधीय गुण हैं. यहाँ पाई जाने वाली कार्बोनाईट चट्टानें दक्षिण एशिया और पूरी दुनिया की सबसे प्राचीन चट्टानों में से हैं.

जोग फॉल्स, कर्नाटक:
कर्नाटक के घने जंगलों के बीच बसा है जोग फॉल. इसका निर्माण श्रावस्ती नदी के द्वारा होता है और इस झरने के 4 हिस्से हैं राजा, रानी, रोवर और रॉकेट. ये चारों मिलकर एक बड़ा वॉटरफॉल बनाते हैं. जोग फॉल देश का दूसरा सबसे बड़ा झरना है, जहां 829 की ऊंचाई से पानी गिरता है. यह झरना इतना बड़ा है कि आप कई किलोमीटर दूर से ही इसकी आवाज साफ तरीके से सुन सकते हैं.

दूधसागर फॉल्स, गोवा:
इस झरने का नाम दूधसागर इसलिए पड़ा क्योंकि जब यह ऊंचाई से नीचे गिरता है तो बिल्कुल सफेद दूध की तरह दिखता है. मानसून में झरने को देखने बहुत से सैलानी आते हैं और इसकी खूबसूरती का आनंद उठाते हैं.

चित्रकूट फॉल्स, छत्तीसगढ़:
चित्रकूट फॉल 520 फीट वर्ग के इलाके में फैला हुआ है और इसकी ऊंचाई 100 फीट है. वाटरफॉल के आसपास कई कैंपिंग साइट, पिकनिक स्पॉट्स बने हुए हैं. यह झरना घोड़े के नाल की तरह दिखने वाली पहाड़ी से गिरता है. इसके पानी में मिट्टी होने की वजह से पर्यटक इसमें तैर नहीं सकते पर इसकी सुंदरता का लुफ़्त ज़रूर उठा सकते हैं.

-मृणाल पाठक