गणेश चतुर्थी पर इन 4 शुभ मुहूर्त पर घर में स्थापित करें बप्पा की प्रतिमा

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    आज 10 सितंबर के दिन भगवान गणेश की स्थापना पुरे देश भर में हो रही है। भगवान गणेश की लोग घर में 10 दिन तक स्थापित कर उनकी पूजा-अर्चना कर उनकी सेवा करते है। 19 सितंबर को अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन किया जाएगा। प्राचीन कथाओं के अनुसार भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मध्याह्न काल यानी दोपहर में हुआ था। इस साल भी भगवान गणेश को घर में स्थापित करने के समय दोपहर 12.20 से 01.20 तक है। आज गणपति को स्थापित करने के दिनभर में 4 शुभ मुहूर्त है।  पुराणों और ज्योतिष ग्रंथों के मुताबिक सूर्यास्त के बाद मूर्ति स्थापना नहीं की जाती है, लेकिन इस दिन गोधूलि मुहूर्त में गणेश स्थापना शुभ मानी गई है।

    गणपति की दाईं और बाईं सूंड का महत्व

    गणेश जी की मूर्ति की सूंड दाई ओर होती है, उसे सिद्धिविनायक का स्वरूप माना जाता है और जिस मूर्ति सूंड बाई ओर होती है उसे विघ्नविनाशक कहते हैं। मान्यताओं के अनुसार सिद्धिविनायक को घर में स्थापित करने की परंपरा है और विघ्नविनाशक घर के बाहर द्वार पर स्थापित किए जाते हैं। ताकि सभी विघ्न और परेशानी घर से दूर रहे। व्यापारिक प्रतिष्ठानों के लिए बाईं ओर मुड़ी हूई सूंड वाले और घर के लिए दाईं सूंड वाले गणपति जी को श्रेष्ठ माना जाता है।

    कुछ लोग शुभ चौघड़िया में स्थापना और पूजा करते हैं। उनके लिए मुहूर्त:

    सुबह 6.10 से 10.40 तक

    दोपहर 12.25 से 1.50 तक 

    शाम 05 से 6.30 तकमिट्टी के गणेश शुभ

    गणेश की प्रतिमा मिट्टी की ही होनी चाहिए। मिट्टी में स्वाभाविक पवित्रता होती है। ज्योतिषियों और धर्म शास्त्रों का मानना है कि गणेश प्रतिमा पंचतत्व से बनी होती है। उस मूर्ति में भूमि, जल, वायु, अग्नि और आकाश के अंश मौजूद होते हैं। मिट्टी से बनी गणेश की प्रतिमा सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। प्लास्टर ऑफ पेरिस और अन्य केमिकल्स से बनी मूर्तियों में भगवान का अंश नहीं रहता। इनसे नदियां भी अपवित्र होती हैं।