बेसन कढ़ी से बढ़ता है हीमोग्लोबिन, जानें क्या हैं फायदे

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    -सीमा कुमारी

    आमतौर पर,’बेसन की कढ़ी’ लोगों को बहुत अधिक पसंद होती है। कढ़ी आपने भी कई बार खाई होगी। वैसे तो  लोग कई तरह की कढ़ी बनाते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा पसंद की जाती है बेसन की कढ़ी। देश के कई राज्यों में बेसन की कढ़ी को शुभ मानते हुए कई त्योहारों और शादी-विवाह में भी बनाया और खाया जाता है। इसमें मुख्य तौर पर बेसन और दही का इस्तेमाल किया जाता है।

    कढ़ी (Kadhi) के बेहतरीन टेस्ट को चखने के लिए लोग हफ्ते या महीने में एक बार कढ़ी बना लिया करते हैं। लेकिन बता दें कि जिस कढ़ी को आप केवल स्वाद के लिए खाते हैं, वो टेस्ट में ही बेहतर नहीं होती, बल्कि इसमें कई तरह के पोषक तत्व भी पाए जाते हैं और ये सेहत को कई तरह के फायदे भी पहुंचाती है। आइए जानें ‘बेसन कढ़ी’ के फायदों के बारे में –

    डाइट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कढ़ी में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटमिन्स और मिनरल्स होते हैं। जिसकी वजह से बॉडी के फंक्शंस और ग्रोथ को बेहतर बनाने में कढ़ी काफी मदद करती है।

    कहते हैं कि, बेसन की कढ़ी में कार्बोहाइड्रेट और फोलेट भी पाए जाते हैं। साथ ही कढ़ी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है। इसलिए डाइबिटीज के पेशेंट के लिए कढ़ी खाना बेहतर होता है।

    एक्सपर्ट्स के अनुसार, हीमोग्लोबिन (Haemoglobin) बढ़ाने के लिए बेसन की कढ़ी खाना काफी फायदेमंद होता है। इसमें काफी मात्रा में आयरन और प्रोटीन पाया जाता है, जिसकी वजह से हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करती है।

    प्रेग्नेंसी के दौरान प्रेग्नेंट महिला के कढ़ी का सेवन करने से गर्भस्थ शिशु की ग्रोथ बेहतर होती है। कढ़ी में मौजूद फोलिएट, विटमिन-B6 और आयरन जैसे कई पोषक तत्व इसमें मददगार साबित होते हैं।