इस चटनी के ज़्यादा खाने से हो सकती है हार्ट और किडनी की समस्याएं, ज़रूर बरतें एहतियात

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    -सीमा कुमारी

    आमतौर पर ज्यादातर लोग समोसा, पकोड़े, चिप्स आदि ‘टोमेटो केचप’ (Tomato Ketchup) के साथ खाना पसंद करते हैं। इसके अलावा, छोटे बच्चे ‘टोमेटो केचप’ के इतने दीवाने होते हैं कि, बिना केचप के खाना तक नहीं खाते हैं।

    गौरतलब है कि कैचअप खाने की आदत केवल बच्चों में ही नहीं, बल्कि हर उम्र के लोग में होती है। ब्रेड, पकोड़े, मैगी, पिज्जा-बर्गर, पास्ता, सभी के साथ इन्हें कैचअप खाने की आदत होती है। लेकिन, आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जरूरत से ज्यादा टोमेटो कैचअप खाना सेहत के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है। आइए जानें इसके नुकसान के बारे में –

    हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आवश्यकता से अधिक टोमेटो कैचअप खान से पेशाब, यानि यूरिन में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है जिसका असर किडनी पर पड़ता है। इससे  स्टोन की समस्या हो सकती है।

    कहते हैं कि, जरूरत से ज्यादा ‘टोमेटो कैचअप’ खाने से शरीर में एलर्जी हो सकती है। क्योंकि, कैचअप में हिस्टामाइन्स केमिकल पाया जाता है और हिस्टामाइन्स कई लोगों में एलर्जी की समस्या पैदा कर सकता है। इतना ही नहीं एलर्जिक रिएक्शन से छींक आने और सांस लेने में भी प्राॅब्लम हो सकती है। ऐसे में जरूरत से ज्यादा  ‘टोमेटो कैचअप’ खाना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

    एक्सपर्ट्स बताते हैं कि, टमेटो सॉस या केचप में केमिकल्स के अलावा प्रिज़रवेटिव्स का इस्तेमाल किया जाता है, जिनकी वजह से मोटापा और डायबिटिज जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए अच्छा होगा कि घर पर ही फ्रेश सॉस बनाकर खाया जाए। लेकिन उतना ही बनाएं जितनी ज़रूरत हो।

    टमेटो केचप बनाने के लिए पहले टमाटरों को पहले उबालकर सारे बीज और स्किन निकाली जाती है। इसके बाद उन्हें फिर से पकाया जाता है। पूरी प्रक्रिया में कुछ घंटे लग जाते हैं, जिससे टमाटर में मौजूद सारे पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। ऐसे में आप समझ सकते है कि टमेटो केचप का सेवन करना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

    इन सामान्य बातों को ध्यान रखकर ही ‘टमेटो केचप’ का सेवन करें |