-सीमा कुमारी
समूची दुनिया में कोरोना का नया वेरिएंट ‘ओमीक्रोन’ (Omicron) बहुत तेजी से फैल रहा है। जिसके कारण एक बार फिर से शिक्षण संस्थानों में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो गई है। ऑनलाइन पढ़ाई के कारण आज हर दूसरे पेरेंट्स की अपने बच्चों से एक शिकायत है कि, उनका बच्चा सारा दिन फोन पर गेम खेलता रहता है और जब उसे कुछ याद करने के लिए कहे, तो घंटों किताब को सामने रखकर बैठा रहता है।
हालांकि, ज्यादातर केस में तो यह समस्या अनुशासन की कमी और रूटीन लाइफ के डिस्टर्ब होने की वजह से देखने को मिल रही है। बावजूद इसके अगर आपको लगता है कि आपके बच्चे के साथ ऐसा रूटीन लाइफ के डिस्टर्ब होने की वजह से नहीं, बल्कि ब्रेन पॉवर के कमजोर होने की वजह से हो रहा है, तो टेंशन छोड़ बच्चे की डाइट में शामिल करें ये 5 चीज़ें –
रिसर्च के मुताबिक, हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन से याददाश्त मजबूत होती है। क्योंकि, हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन K, ल्यूटिन, प्रोटीन, फोलेट और बीटा कैरोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं। जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
अंडे को प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। इतना ही नहीं इसका रोजाना सेवन ब्रेन पॉवर बढ़ाने का काम भी करता है। अंडे में कोलिन नामक तत्व पाया जाता है, जो मस्तिष्क के विकास और फंक्शन को तेज करता है।
चिया सीड्स में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो दिमाग के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। अगर रोजाना एक चम्मच चिया सीड्स को पानी में रात में भिगो दें और दूसरे दिन सुबह उस पानी का सेवन करें, तो कमजोर याददाश्त मजबूत होती है।
अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचूर मात्रा में पाया जाता है, जो मस्तिष्क के लिए बहुत ही अच्छा माना गया है। अखरोट का आकार दिमाग की तरह होता है। रोजाना 1 अखरोट का सेवन करने से दिमाग तेज होता है। इतना ही नहीं अखरोट याददाश्त अच्छी करके डिप्रेशन को भी दूर रखने में मदद करता है।
सुबह उठकर बच्चा अपनी मील के साथ 1 चम्मच घी का सेवन नियमित रूप से करता है, तो ये उसकी याददाश्त बढ़ाने में मदद करता है।