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    सीमा कुमारी- 

    ये तो सभी जानते है कि सेहतमंद रहने के लिए नींद बेहद जरूरी हैं। भला अच्छी नींद किसे नहीं चाहिए। दिन भर काम की थकान के बाद एक गहरी और अच्छी नींद (sleep well) ही आपको अगले दिन के लिए तैयार करती है। हम सभी को कम से कम 8 घंटे की नींद जरूरी है।

    क्या आप नींद पूरी न होने या फिर नींद न आने की समस्या से जूझ रहे हैं? कई लोग तनाव, थकावट, जेट लैग या फिर छोटी-मोटी वजहों से नींद पूरी न होने पर नींद की गोली (Sleeping Pills) का सहारा लेते हैं। कुछ गोलियां आपको सोने में मदद करती हैं, तो कुछ आपकी नींद पूरी करती हैं। लेकिन नींद की गोली खाना कितना सुरक्षित है? लोगों को नींद की गोली खाने की आदत लग जाती है, और फिर वे इसके साइड-इफेक्ट्स से जूझते हैं। इसलिए ज़रूरी है कि आप इससे होने वाले नुकसान के बारे में भी जानें। आइए जानें इससे नुकसान के बारे में-

    हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, ज़्यादातर दवाइयों की तरह नींद की गोलियों के भी नुकसान होते हैं। आपको नींद की गोली सूट करेगी या नहीं, यह आप इसे खाकर ही जान पाएंगे। इसे लेने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह करें, ताकि वे आपको इससे जुड़े नुकसान के बारे में बता सकें। खासतौर पर अगर आप अस्थमा या दूसरी बीमारियों से जूझ रहे हैं। नींद की गोलियां सामान्य सांस लेने की प्रक्रिया में बाधा डाल सकती हैं। साथ ही उन लोगों के लिए खतरनाक हो सकती हैं, जिन्हें अस्थमा, एम्फसीमा, या COPD जैसी फेफड़ों की समस्याएं हैं।

    पूरी दुनिया में नींद की दवाई लेने वाले की मृत्यु स्तर में बढ़ोतरी देखी गई है बल्कि जो नींद की दवाई नहीं लेते हैं उनकी संख्या कम हैं। नींद की दवाई के सेवन से ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज का खतरा बना रहता हैं। नींद की दवाईयों के सेवन से पहले आप डॉक्टर की सलाह जरूर लें। इसके नियमित सेवन से आपको कब्ज, सुस्ती, याददाशत कमजोर, पेट दर्द, कमजोरी और चक्कर आने जैसी समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है।

    अगर आपकी उम्र 65 या उससे ज़्यादा है, तो हेल्थ एक्सपर्ट्स आपको नींद की गोलियां न लेने की सलाह देंगे। इसमें वह गोलियां भी शामिल हैं, जो आपको बिना प्रिस्क्रिबशन के दवाई की दुकान पर मिल जाती हैं। युवा लोगों की तुलना में उम्रदराज़ लोगों में नींद की गोलियों से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम ज़्यादा होता है। उम्र ज़्यादा होने के बावजूद जो लोग नींद की गालियां खाते हैं, तो उनके सिस्टम में ये लंबे समय तक रहती हैं। इसलिए रात की नींद पूरी होने के बावजूद बेहोशी अगले पूरे दिन भी रह सकती है। कंफ्यूजन और याददाश्त का कमज़ोर होना भी इसके साइज-इफेक्ट हैं। उम्रदराज लोग इसके सेवन से गिर सकते हैं, उनके कुल्हे में फ्रेक्चर हो सकता है या गाड़ी चलाते वक्त एक्सीडेंट भी हो सकता है।