आज के दिन नमक नहीं खाने के हैं अनमोल लाभ, जानें पद्मपुराण में है ‘इसका’ उल्लेख

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    सीमा कुमारी- 

    सनातन धर्म में हर महीने कई व्रत व त्यौहार पड़ते है। जैसे – एकादशी, पूर्णिमा, प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि आदि शामिल है। वहीं कुछ लोग सप्ताह में किसी विशेष दिन पर जरूर व्रत रखते है। खासकर रविवार यानी आज के दिन नमक (Salt) का सेवन वर्जित माना गया है। इन व्रतों को तरल पदार्थ, फल या मीठा खाकर रखा जाता है।

    लेकिन क्या आप जानते हैं कि व्रत रखने और खासकर सप्ताह में एक दिन नमक का त्याग करने का संबंध केवल धार्मिक महत्व से ही नहीं जुड़ा है, बल्कि सेहत की दृष्टि से भी इसे लाभकारी बताया गया है। सप्ताह में एक दिन नमक का त्याग करने और मीठा खाने के कई फायदे हैं, जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे। आइए जानें नमक का त्याग करने के फायदे के बारे में –  

    वैज्ञानिक दृष्टिकोण से व्रत करने से अच्छे कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि होती है और शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल कम होता है। सप्ताह में एक दिन व्रत रखने से हार्ट से जुड़ी समस्या भी नहीं होती है।

    कहते हैं यदि आप निर्जला व्रत नहीं करते हैं तो भी केवल एक समय नमक रहित भोजन करें और तरल पदार्थ लें।  इससे शरीर डिटॉक्सीफाई होता है और डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होती।  

    रोजाना नमक, तेल और मसाले वाले भोजन करने से शरीर में फैट जमा होता है। सप्ताह में एक दिन व्रत रखने से शरीर का अतिरिक्त फैट कम होता है। ऐसे में सप्ताह में एक दिन व्रत रखना सेहत के लिए अच्छा माना  जाता है।

    पद्मपुराण में रविवार पूजा और व्रत के बारे में बताया गया है। इसके अनुसार, रविवार के दिन नमक का त्याग कर मीठा भोजन करने से शरीर निरोगी रहता है। अगर आप निरोगी काया यानी शरीर चाहते है तो सप्ताह में एक दिन नमक का त्याग अवश्य करें।

    ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, व्रत रखने वाले व्यक्ति के मन में बुरे विचार नहीं उत्पन्न होते है। वह पूरे दिन ईश्वर के प्रति समर्पित रहता है। इससे वह तनाव, चिंता, मानसिक परेशानी और अनिद्रा जैसी समस्याओं से दूर रहता है।