-सीमा कुमारी
बीते डेढ़ वर्षों से समूची दुनिया में कोरोना महामारी ने अपना ताण्डव रूप दिखाया। जिसके बाद लोग कोरोना से बचने के लिए सभी प्रोटोकॉल मसलन मास्क, सैनिटाइजर का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच देश की राजधानी दिल्ली के लोग तेजी से डेंगू से पीड़ित हो रहे हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस साल डेंगू (Dengue) की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या साल 2018 के बाद सबसे अधिक है। सिर्फ दिल्ली में ही अब तक 120 से ज्यादा डेंगू के मामले सामने आए हैं। इसके अलावा, मलेरिया (Malaria) के मरीजों में भी वृद्धि देखने को मिली है। डेंगू और मलेरिया ऐसी बीमारियां हैं, जो घर में रहते हुए भी आपको अपना शिकार बना सकती हैं। इसलिए कोरोना से बचाव के साथ-साथ आपको डेंगू-मलेरिया से बचाव रखना बहुत जरूरी है। तो आइए जानें इन बीमारियों के बारे में –
बारिश का मौसम आते ही डेंगू (Dengue) का खतरा बढ़ जाता है। ये एक मच्छर जनित वायरल बीमारी है। एडिज नामक मच्छर के काटने से लोग इस रोग से ग्रस्त हो जाते हैं। गौरतलब है कि ये मच्छर साफ पानी में ज्यादा दिखते हैं और अधिकांश लोगों को सुबह के समय काटते हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एडिज मच्छर के काटने के तुरंत बाद आपको इसका पता नहीं चलता है, बल्कि करीब 3 से 5 दिन बीतने के बाद ही लक्षण दिखाई देने शुरू होते हैं।
लक्षण –
एक्सपर्टस के मुताबिक, डेंगू के शुरुआती लक्षणों में रोगी को तेज ठंड लगती है। सिरदर्द, कमरदर्द और आंखों में जलन, ज्यादा पसीना आना, कमजोरी, थकान, भूख में कमी, मसूड़ों से खून आना और उल्टी भी डेंगू के संकेत हो सकते हैं।
एक्सपर्ट्स के अनुसार डेंगू के लक्षण समान्यतः 3 से 14 दिनों में दिखाई दे सकते हैं।
डेंगू और मलेरिया छोटी-मोटी बीमारी नहीं है। हर साल लाखों लोग इसकी चपेट में आ जाते हैं और उनमें से कई अपनी जान गंवा बैठते हैं। इसलिए जरूरी है कि खुद को और अपने परिवार को इस खतरनाक बीमारी से बचाने के लिए हरसंभव सावधानियां बरती जाएं।
घरेलू उपचार –
फिलहाल डेंगू से बचाव के लिए अभी तक कोई टीका नहीं है, इसलिए इसके बचाव के लिए हमारी सजगता और भी जरूरी हो जाती है। डेंगू का वायरस मच्छरों द्वारा संक्रमित होता है इसलिए सबसे अधिक जरूरी है कि मच्छरों को घर में बिल्कुल न पैदा होने दें। साफ-सफाई बहुत जरूरी है क्योंकि गंदगी में डेंगू के मच्छरों की आशंका बढ़ जाती है। बाल्टियों व ड्रम में जमा पानी को हमेशा ढंककर रखें और आस-पास के गड्ढे आदि में पानी न जमा होने दें।