जानिए आखिर हर साल ‘विश्व साक्षरता दिवस’ 8 सितंबर को क्यों मनाया जाता है, पढ़ें महत्व

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    नई दिल्ली : हर साल 8 सितंबर को ‘विश्व साक्षरता दिवस’ (International Literacy Day) पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का एक मुख्य उद्देश्य है। शिक्षा के प्रति समाज में सभी लोगों को जागरूक करना साथ ही शिक्षा की और व्यक्ति, समाज और समुदाय का ध्यान आकर्षित करना इस उद्देश्य के साथ हर साल यह दिन मनाया जाता है। आज ‘विश्व साक्षरता दिवस’ के इस अवसर पर इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी आपको दे रहे है। तो चलिए जानते है….. 

    ‘विश्व साक्षरता दिवस’ का महत्व 

    सामाजिक जीवन में जीते हुए हर इंसान को अपना व्यक्तिगत और सामाजिक विकास करने हेतु शिक्षा लेना, ज्ञान अर्जित करना बेहद जरूरी है। शिक्षा से वंचित रहने से मानवी विकास नहीं होता इस वजह से विकास वही ठहर जाता है। जब एक इंसान नहीं पड़ेगा तो उसका परिवार नहीं पड़ेगा, एक परिवार अशिक्षित यानी एक शहर अशिक्षित एक शहर अशिक्षित यानी देश अशिक्षित।

    शिक्षा मानवी विकास के लिए और देश के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण है इसी बात को ध्यान में रखते हुए शिक्षा के महत्व को समझने के लिए हर साल 8 सितंबर को ‘विश्व साक्षरता दिवस’ (International Literacy Day) मनाया जाता है। 

    ‘विश्व साक्षरता दिवस’ का इतिहास 

    7 नवंबर 1965 में यूनेस्को द्वारा यह फैसला किया गया कि हर साल 8 सितंबर को ‘विश्व साक्षरता दिवस’ (International Literacy Day) मनाया जायेगा। सबसे पहला ‘विश्व साक्षरता दिवस’ 1966 में मनाया गया था। मानव जीवन में शिक्षा (ज्ञान) बेहद जरुरी है। इसलिए शिक्षा के महत्व को पूरी दुनिया में समझाने के लिए इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई है। हर साल इस दिन को मनाकर शिक्षा संबंधी लोगों को अवगत किया जाता है और समाज में शिक्षा का महत्व बताया जाता है। 

    विश्व साक्षरता दिवस 2021 की थीम

    हर साल एक नये उद्देश्य के साथ नए विचार के साथ यह ‘विश्व साक्षरता दिवस’ (International Literacy Day) मनाया जाता है। हर साल इस दिन के लिए एक खास थीम होती है उस थीम के तहत इस दिन को मनाया जाता है। इस साल यानी 2021 की थीम “मानव-केंद्रित पुनर्प्राप्ति के लिए साक्षरता: डिजिटल विभाजन को कम करना” (Theme 2021 “Literacy for a human-centred recovery: Narrowing the digital divide”) है।