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    सीमा कुमारी

    ‘मकर संक्रांति’ (Makar Sankranti) हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार है। पंचांग के अनुसार, यह त्योहार हर साल पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है। इसे देशभर में अलग-अलग नामों के साथ मनाया जाता है। ‘मकर संक्रांति’ को लोहड़ी, उत्तरायण (Uttarayan), खिचड़ी (Khichdi), टहरी (Tehri), पोंगल (Pongal) आदि जैसे नामों से भी जाना जाता है।

    वैसे तो मकर संक्रांति का पर्व हर साल 14 जनवरी के दिन ही मनाया जाता है। लेकिन, 2023 में मकर संक्रांति के डेट को लेकर लोगों के बीच असमंजस की स्थिति है। कुछ ज्योतिषियों के अनुसार, 2023 में मकर संक्रांति 14 जनवरी को होगी तो वहीं कुछ का कहना है कि मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। आइए जानें साल 2023 में क्या है मकर संक्रांति की सही तिथि –

    तिथि

    मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव मकर राशि में गोचर 14 जनवरी को रात्रि 8 बजकर 21 मिनट पर करेंगे और शास्त्रों में Makar Sankranti 2023दया तिथि के अनुसार पर्व की तिथि निर्धारित की जाती है। इसलिए उदया तिथि के अनुसार संक्रांति पर्व 15 जनवरी 2023, रविवार के दिन मनाना व्यक्ति के लिए शुभ एवं फलदाई माना जा रहा है।

    मकर संक्रांति पर बन रहा है अत्यंत दुर्लभ संयोग

    पंचांग के अनुसार 14 जनवरी के दिन रेवती नक्षत्र है और 15 जनवरी यानि मकर सक्रांति पर सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृतसिद्धि योग व राजपद योग का अत्यंत शुभ संयोग बन रहा है। मकर संक्रांति पर पुण्यकाल प्रातः 5 बजकर 43 मिनट से शाम 6 बजकर 56 मिनट तक रहेगा। वहीं महा पुण्यकाल सुबह 5 बजकर 43 मिनट से 7 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। जिसकी अवधि 2 घंटे 12 मिनट की होगी।

    मकर संक्रांति के दिन करें ये कार्य

    • मकर संक्रांति के दिन पानी में तिल और गंगाजल मिलाकर स्नान करना चाहिए। इससे कुंडली में ग्रह-दोष दूर होते है।
    • मकर संक्रांति के दिन काला तिल, गुड़, लाल चंदन, लाल फूल और अक्षत मिश्रित जल से सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए।
    • मकर संक्रांति के दिन दान-पुण्य करने का भी विशेष महत्व है। इस दिन गरीबों को दान दें।
    • मकर संक्रांति के दिन गुड़ और तिल मिठाई खाने के साथ ही खिचड़ी बनाने और खाने की परंपरा है।