Braj-Holi
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    -सीमा कुमारी

    हिन्दू धर्म में होली का त्योहार एक विशेष महत्व रखता है। इस दिन लोग गिले-शिक़वे भूलकर एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशियां मनाते हैं और प्यार के रंगों में डुबोकर अपनी खुशी जाहिर करते हैं। यह त्योहार हर साल पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।इस त्योहार को लेकर लोगों में एक अलग उमंग और उत्साह देखी जाती है। अगर होली खेलने की बात की जाए, तो मथुरा की होली की बात कुछ और ही है। आईए जानते हैं ‘बरसाने की लट्ठमार होली’ के बारे में…

    ‘लट्ठमार होली’ उत्तर प्रदेश के मथुरा के पास के शहर बरसाना और नंदगांव में खेली जाती है। यहां हर साल काफी संख्या में देश ही नहीं विदेशों से भारी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं, और इस होली का आनंद लेते हैं। पूरे भारत में एकमात्र ये ऐसी रस्म है, जिसमें होली के दिन बरसाना की महिलाएं पुरुषों पर लाठियां बरसाती हैं, और पुरुष इससे बचते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार वृंदावन में भगवान श्रीकृष्ण राधा और अन्य गोपियों संग होली खेलते थे। श्रीकृष्ण मथुरा से 42 किलोमाटर दूर राधा की जन्मस्थली बरसाना में आकर होली खेलते थे, और तभी से ये प्रथा चली आ रही है।

    इस दिन महिलाएं कुछ लोक गीत गाते हुए उन पुरुषों पर लाठियां बरसाती हैं, जो उन पर रंग डालने आते हैं। इस दौरान सभी लोग भगवान श्रीकृष्ण और मां राधे को याद करते हैं। वहीं, पुरुष खुशी-खुशी लाठियां सहन भी करते हैं। ये उत्सव पूरे एक सप्ताह तक चलता है और लोग इसे पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाते हैं। नंदगांव के पुरुष हर साल बरसाना शहर आते हैं और उनका अभिवादन वहां की महिलाओं की लाठी से किया जाता है। महिलाएं पुरुषों पर लाठी मारती हैं, जो जितना हो सके खुद को बचाने की कोशिश करते हैं। इसके लिए वो एक ढाल का इस्तेमाल भी करते हैं। पुरुषों को ‘हुरियारे’ और महिलाओं को ‘हुरियारन’ कहा जाता है। इसके बाद सभी मिलकर रंगों से होली का उत्सव मनाते हैं।

    किस दिन खेली जाएगी कौन सी होली-

    लड्डू की होली- बरसाने की लड्डू की होली 22 मार्च को खेली जाएगी। इस दिन राधा रानी के गांव बरसाना में फाग आमंत्रण का उत्सव होगा और फिर लड्डू से होली खेली जाती है।

    रंगीली गली में लट्ठमार होली- रंगीली गली में लट्ठमार 23 मार्च को बरसाना में ही नंदगांव के हुरयारों संग लट्ठमार होली खेली जाएगी।

    नंदगांव में लट्ठमार होली- बरसाना के बाद अगले दिन यानी 24 मार्च को नंदगांव में लट्ठमार होली का आयोजन किया जाएगा।

    फूलों की होली और रंगभरनी होली- मथुरा के श्री द्वारकाधीश मंदिर में फूलों की होली खेली जाएगी तो वहीं वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में 25 मार्च को रंगभरनी होली खेली जाएगी। 

    छड़ीमार होली- 26 मार्च को गोकुल में छड़ीमार होली का आयोजन होगा।

    गुलाल की होली- 27 मार्च को वृंदावन में अबीर और गुलाल से होली खेली जाएगी। यहां वृंदावन में रहने वाली विधवाएं रंगों वाली होली खेलेंगी।