रक्षाबंधन का त्योहार श्रवण शुक्ल की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस साल रक्षाबंधन 11 अगस्त सुबह 10 :30 बजे से शुरू होगी और 12 अगस्त को सुबह सात बजे समाप्त होगी। ज्योतिषाचार्य गौरव का मानना है कि रक्षाबंधन गुरुवार यानी 11 अगस्त को ही मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य के मुताबिक इस वर्ष रक्षाबंधन के इस ख़ास त्योहार पर एक शुभ और मंगल योग बन रहा है। इस योग के बनने के कारण इस बार रक्षाबंधन का त्योहार काफी खास है।
रक्षाबंधन पर बन रहा है शुभ योग
ज्योतिषाचार्य के अनुसार ये त्योहार भाई और बहन के अटूट रिश्ते और प्यार का त्योहार होता है। इस बार ये त्योहार गुरुवार को मनाया जा रहा है, जिसमें अमृत योग बनता है। ये संयोग काफी सालों के बाद आता है और माना जाता है यह भाई-बहन के रिश्ते को और भी गहरा और अटूट बना देता है।
क्या करें उपाय कि आपको मिले फल
इस दिन आपको अपने घर पर सत्यनारायण की पूजा करना बहुत ज़रूरी हैं। इस पूजा में आप केले का भोग लगाना न भूलें। इसी के साथ-साथ सत्यनारायण की पूजा का भोग घर में सभी को बांटें। बहनें अपनी रक्षाबंधन की थाली में घी का दीपक जलाकर ही अपनी भाई की आरती उतारें और चन्दन का टीका लगाएं।
सत्यनारायण की पूजा का मुहूर्त
सत्यनारायण की पूजा आप सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:30 के बीच कर सकते हैं।