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    -सीमा कुमारी

    इस वर्ष धनतेरस का त्योहार 02 नवंबर,दिन मंगलवार को मनया जाएगा। हिंदू धर्म में धनतेरस का दिन खरीदारी करने के लिए साल भर में सबसे शुभ दिन माना जाता है। इस दिन झाडू, बर्तन, गहना, सोना-चांदी आदि खरीदने का ख़ास रिवाज है। धनतेरस का पर्व हर साल कार्तिक महीनें के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस दिन को धन त्रयोदशी या धनवंतरि जयंती भी कहा जाता है। धनतेरस पर मां लक्ष्मी, भगवान धनवन्तरी और धन कुबेर की उपासना करने से घर में धन के भंडार कभी खाली नहीं होते हैं। आइए जानें धनतेरस पूजन और खरीदारी करने का शुभ मुहूर्त…

    शुभ मुहूर्त-

    धनतेरस तिथि- 2 नवंबर 2021, मंगलवार

    प्रदोष काल- शाम 05 बजकर 35 मिनट से रात 08 बजकर 11 मिनट तक।

    वृषभ काल- शाम 06 बजकर 18 मिनट से शाम 08 बजकर 14 मिनट तक।

    धनतेरस पूजन मुहूर्त- शाम 06 बजकर 18 मिनट से रात 08 बजकर 11 मिनट तक।

    इस तरह करें पूजन 

    धनतेरस पर शाम के वक्त उत्तर की ओर कुबेर और धनवंतरि की स्थापना करनी चाहिए. दोनों के सामने एक-एक मुख का घी का दीपक जरूर जलाना चाहिए, भगवान कुबेर को सफेद मिठाई और धनवंतरि को पीली मिठाई को भोग लगाया जाता है।

    पूजा के दौरान “ॐ ह्रीं कुबेराय नमः” का जाप करें। इसके बाद “धनवंतरि स्तोत्र” का पाठ करें। पूजा के बाद दीपावली पर कुबेर को धन स्थान पर और धनवंतरि को पूजा स्थान पर स्थापित करें।

    महत्व

    ज्योतिषों के मुताबिक, धनतेरस से ही शुभ दीपोत्सव की शुरुआत होती है,रोशनी के इस त्योहार पर मां लक्ष्मी की कृपा रहती है। उससे पहले धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरि की पूजा की जाती है, पौराणिक कथा के अनुसार इसी दिन समुद्र मंथन से धन्वंतरि हाथों में अमृत से भरा कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए  इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है। धनतेरस के दिन धन के देवता कुबेर की विधि-विधान से पूजा की जाती है। साथ ही शाम के वक्त परिवार की। मंगलकामना के लिए यम नाम का दीपक भी जलाया जाता है।