-सीमा कुमारी
सूर्य देव की आराधना का पर्व छठ आज से शुरू हो रहा है. छठ पूजा हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को होती है. मान्यता के अनुसार यह पर्व संतान प्राप्ति और संतान के सुखी जीवन की कामना के लिए किया जाता है.
छठ पूजा का प्रारंभ दो दिन पूर्व चतुर्थी तिथि को नहाय खाय से होता है, फिर पंचमी को लोहंडा और खरना होता है. उसके बाद षष्ठी तिथि को छठ पूजा होती है, जिसमें सूर्य देव को शाम का अर्घ्य अर्पित किया जाता हैं.
इसके बाद अगले दिन सप्तमी को सूर्योदय के समय में उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देते हैं और फिर पारण करके व्रत को पूरा किया जाता है. तिथि के अनुसार, छठ पूजा 4 दिनों की होती है. आइए जानते हैं छठ पूजा की नहाय-खाय की विधि और मुहूर्त:
नहाय-खाय मुहूर्त:
- सूर्योदय-06 बजकर 46 मिनट पर
- सूर्यास्त-शाम को 05 बजकर 26 मिनट पर
नहाय-खाय विधि:
- नहाय खाय के दिन महिलाएं या पुरुष सुबह स्नान कर नए वस्त्र पहनें.
- महिलाएं माथे पर सिंदूर लगाकर साफ़ सफाई करें.
- छठ के प्रसाद और पकवान के लिए मिट्टी लेपकर चूल्हा बनाएं या गैस चूल्हे को साफ़ करें.
- कठिन व्रत की शुरुआत में आज आखिरी बार नमक खाएं.
- चावल भात और सेंधा नमक से कद्दू यानी लौकी की सब्जी बनेगी.
- घर के सभी लोग यही भोजन करेंगे.
- छठ का मुख्य प्रसाद ठेकुआ बनाया जाएगा.
- आज के दिन ही छठ पूजा का सामान जैसे टोकरी, लोटा, फल, मिठाई, नरियल, गन्ना, सब्जी आदि खरीदी जाती है.